टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- झारखंड विधानसभा में आज सात दिवसीय बजट सत्र का दूसरा दिन है. जो 23 फरवरी से शुरु हुआ और 2 मार्च तक चलेगा . पिछले शुक्रवार बजट सत्र के पहले दिन पहले दिन वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 4981 करोड़ 03 लाख रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया. आज इस बजट को पारित किया जाएगा. शुक्रवार को विपक्ष यानि भाजपा विधायकों ने तमाम मुद्दों को लेकर चंपई सरकार को घेरा था. इस दौरान यह भी दिखा था कि विधायकों ने जेएसएसी पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी. आपको बता दे पेपर लीक होने की वजह से जनवरी में आयोजित होने वाली इस परीक्षा को रद्द कर दी गई थी. इसे लेकर छात्रों में राज्यभर में आक्रोश था.
किसानों को बजट से आस
इस बजट से राज्य के किसानों को भी काफी उम्मीदें होगी, क्योंकि राज्य में किसान मानसून में पानी नहीं बरसने के चलते दो साल से सुखाड़ के हालात झेल रहे हैं. ऐसे में उनकी उम्मीद होगी कि खरीफ और रबी फसल के हुए नुकसान की भरपाई हो. सरकार की भी पहली प्राथमिकता किसानों की आय दुगनी करने की होगी. तब ही राज्य विकास की तरफ अग्रसर होगा. इस बजट में किसानों को उम्मीद कृषि ऋण माफी समेत कई लाभकारी घोषणाएं पर होगी . ताकि उनकी माली हालत सुधरे और खुद को आत्मनिर्भर हो सके.
युवाओं को बजट से उम्मीद
इस बजट सत्र में राज्य के युवाओं को भी काफी उम्मीदें है, उसे उम्मीद है कि रोजगार सृजन को लेकर कुछ घोषणा करेगी. इसके साथ ही स्वरोजगार के लिए कम ब्याज पर ऋण भी मुहैया करायेगी. ताकि कारोबार के जरिए भी खुद को आर्थिक रुप से सबल बनाया जाए.
बढ़ते अपराध पर लगाम
झारखंड की जनता लगातार अपराध से त्रस्त है . राज्यभर मे कही न कही रोजाना वारदाते हो रही है . ऐसे इस बजट सत्र में उम्मीद ये भी लगी होगी कि बढ़ते अपराध को रोकने के लिए पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए विशेष ध्यान रखेगी और फंड मुहैया करायेगी.
शिक्षा और स्वास्थ्य पर नजर
बजट सत्र के दौरान नजर ये भी रहेगी कि चंपई सोरेन सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या घोषणाए करने वाली हैं. राज्य के लोगों की इस पर ध्यान रहेगा, क्योंकि बगैर इसे ठीक किए प्रदेश विकास की और अग्रसर नहीं हो सकता है. आपको बाते दे चंपई सोरेन की सरकार के कार्यकाल का ये आखिरी बजट है. वही आज झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन है, सदन में आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश किया जाएगा. इसके साथ ही प्रश्नकाल होगा. सदन में मौजूदा वित्तीय वर्ष के तीसरे अनुपूरक बजट पर चर्चा भी की जाएगी. चर्चा के बाद इसे पारित कराया जाएगा. सत्ता पक्ष और विपक्ष के रवैये को देखते हुए सदन की कार्यवाही के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं.