धनबाद (DHANBAD): वासेपुर ट्रेनिंग स्कूल के पास रहने वाले अनवर खान उर्फ चाइना डब्लू पर फायरिंग क्यों की गई, किसने कराई, किसने साजिश रची, यह सब पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है. हालांकि पुलिस ने शुक्रवार की रात हथियार के साथ इस मामले के दो आरोपी फैजान और टिंकू को गिरफ्तार कर लिया है. भूली और बैंक मोड़ पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.
3 मई की रात फहीम खान के पुत्र पर हुई फायरिंग
पुलिस अभी यह जानने की कोशिश कर रही है कि हथियार कहां से आया और इन लोगों ने फायरिंग क्यों और किसके कहने पर की. पुलिस मानकर चल रही है कि 3 मई की रात वासेपुर में फहीम खान के पुत्र इकबाल खान पर हुई फायरिंग और उसके साथी ढोलू की मौत में मुखबिरी का संदेह चाइना डब्लू पर था. इसलिए उस पर हमला किया गया. साथ ही यह भी चर्चा है कि चाइना डब्लू भले ही इकबाल खान के गुट में शामिल हो गया था. लेकिन फहीम गुट को संदेह था कि वह प्रिंस खान के संपर्क में है और इधर की बातें उधर पहुंचा रहा है. जिसके बाद 24 मई की रात चाइना डब्लू के सिर के निचले हिस्से में पीछे से गोली मारी गई थी.
पुलिस सच्चाई का पता लगाने में जुटी
पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार फैजान ने पुलिस को बताया है कि इस हमला कांड में वासेपुर के जीशान अहमद की सीधी भूमिका है. पुलिस इसकी भी सच्चाई का पता लगा रही है. चाइना डब्लू के बयान पर जीशान, फैजान, टिंकू और खुर्रम को इस कांड में आरोपी बनाया गया है. चाइना डब्लू ने अपने बयान में बताया था कि इन्हीं चारों के साथ बैठ कर खा पी रहा था. खाने-पीने के दौरान ही किसी ने पीछे से उसे गोली मार दी. चाइना डब्लू ने जीशान सहित चारों पर आरोप लगाया था कि इन्हीं लोगों ने धोखे से उस पर फायरिंग करवाई. जिन चारों को आरोपी बनाया गया है वह वास्तव में किस गुट के हैं. पुलिस इसका भी पता लगा रही है.
साथ ही इस बात की चर्चाएं हैं कि डब्लू चाइना पहले प्रिंस खान के लिए काम करता था. लेकिन हाल के कुछ दिनों से वह फहीम खान के गुट में शामिल हो गया था और फहीम खान के बेटे इकबाल के साथ रहता था. इकबाल को गोली लगने के बाद जब उसे दुर्गापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तो वह मिलने के लिए लगातार दुर्गापुर भी जाता था. वैसे चाइना डब्लू के बारे में बताया जाता है कि वह सड़क के किनारे पहले सामान बेचता था. फिर वह प्रिंस खान के गुट में शामिल हो गया. उसके बाद फिर फहीम खान के बेटे के साथ रहने लगा. सच्चाई चाहे जो भी हो, लेकिन पुलिस अगर गिरफ्तार फैजान और टिंकू से कुछ उगलवा सकी तो वासेपुर में शुरू हुए नए दौर के गैंगवार का खुलासा हो सकता है.