टीएनपी डेस्क(TNP DESK):-शराब घोटले में ईडी लगातार शिकंजा तिवारी बंधुओं पर कसती जा रही है. ईडी ने राज्य में पुरानी शराब नीति से शराब बिक्री के दौरान हुए घोटाला, दर्ज प्राथमिकी और वित्तीय लेन-देन से जुड़े मामले में जामताड़ा के शराब कारोबारी योगेन्द्र तिवारी औऱ उसके भाई अमरेन्द्र तिवारी सहित अन्य कर्मचारियों से ईडी ऑफिस में मंगलवार दिनभर पूछताछ की औऱ वित्तीय लेन देन पर सवाल-जवाब किए.
सहयोगियों के बारे में पूछा
ईडी ने योगेन्द्र तिवारी को बैकिंग लेन-देन के कागजात लाने के लिए बोला था. सोमवार को मंगाए गये दस्तावेज के आधार पर बैंक से हुए करोड़ों के लेन-देन और शराब धंधे में शामिल सहयोगियों के बारे में गहन पूछताछ की गई. ईडी ने सवाल पूछा कि इसमे कौन-कौन से लोग शामिल थे. इसके साथ ही होलसेल धंधे में पैसों का लेन-देन किनके-किनके बीच हुआ .जिसमे तिवारी बंधु ठीक से जावब नहीं दे पाये और उलझ गये. उनका जवाब संतोषजनक नहीं था.
अभिषेक आनंद झा से पूछताछ
ईडी ने शराब घोटाले में अभिषेक आनंद झा से भी पूछताछ की, जो देवघर टाउन के बीएन झा पथ के रहने वाले थे. बताया जा रहा है कि अभिषेक भी योगेद्र तिवारी और उसके सहयोगियों के समूह के हिस्सा थे. ऐसा कहा जा रहा है कि अभिषेक झा के बैंक खाते से भी वित्तीय लेन-देन हुआ, जिस पर ईडी ने उनसे सवाल-जवाब किए. ईडी लगातार एक-एक कर योगेन्द्र तिवारी के सहयोगियों से पूछताछ कर रही है . इसके साथ ही आरोपितों के बयान लेकर उपलब्ध दस्तावेजों से उसका मिलान कर रही है.
दस्तावेजों की हो रही जांच
इससे पहले शराब घोटाले में ही ईडी ने सोमवार को कांग्रेस नेता मुन्नम संजय से दिनभर से पूछताछ की थी. दरअसल. पिछले दिनों मुन्नम के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी, जहां से ईडी को कुछ डिजिटल उपकरण व जमीन में निवेश से संबंधित दस्तावेज भी मिले थे. ईडी की कोशिश इस बात को लेकर है कि जो दस्तावेज उसे दिए गये हैं औऱ घोटाले की जो लिंक मिले है. उससे वो मिलान कर रही है. इसके लिए वो आरोपितों के द्वारा अर्जित की गई, चल-अचल संपत्ति औऱ निवेश से संबंधित सारी जानकारियां हासिल कर रही है. इसमे ये जानने की कवायद में है कि आखिर ये धन सही तरीके से बनाया गया. यहां फिर कोई तिकड़म भिड़ाई गई.
प्रेम प्रकाश के ठिकाने से मिला था लिंक
पिछले साल सत्ता राजनेताओं और अफसरों के करीबी माने जाने वाले प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी की गई थी . उसके ठिकाने पर छापेमारी के दौरान ही शराब के धंधे का लिंक मिला था. जो सीधे जामताड़ा के शराब कारोबारी योगेन्द्र तिवारी की तरफ ले गया. इसके बाद ही अंदर ही अंदर इस घोटाले की जांच ईडी कर रही थी. इसके बाद कुछ दिन पहले ईडी ने आचानक एक साथ 34 ठिकानों पर छापेमारी कर हड़कंप मचा दिया था. इसके बाद पूछताछ के लिए शराब के व्यवसायी योगेन्द्र तिवारी को रांची ईडी ऑफिस बुलाया गया था.