धनबाद (DHANBAD): टाइगर जयराम महतो अब राजनीतिक हो गए हैं. उन्होंने झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति नाम की पार्टी बना ली है. इसकी घोषणा रविवार को उन्होंने धनबाद के बलियापुर की सभा में की .बलियापुर में रविवार को राज्य स्तरीय अधिवेशन हुआ. जिसमें जयराम महतों के द्वारा पार्टी की घोषणा हुई. जयराम महतो का कहना है कि शहीदों के अरमानों का झारखंड अभी नहीं बन पाया है.
झारखंड के सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर लड़ेगी जयराम महतों की पार्टी
झारखंड के लिए यहां के झारखंडी लोगो ने कुर्बानियां दी. बाहर के लोग यहां आकर राज कर रहे हैं, जिनको अपना समझकर राजकाज सौंपा, वह पूरे झारखंड की जनता को निराश कर रहे हैं. झारखंड में जब तक 1932 का खतियान लागू नहीं हो जाता, तब तक न वह चुप रहेंगे और ना उनकी पार्टी चुप रहेगी. सबसे महत्वपूर्ण घोषणा उन्होंने यह की है कि 2024 के चुनाव में झारखंड के सभी लोकसभा और विधानसभा के सभी सीटों पर उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी. फिर यहीं से शुरू हो जाती है राजनीतिक बातें .लोग सवाल कर रहे हैं कि अगर जयराम महतो की पार्टी सभी लोकसभा और विधानसभा पर चुनाव लड़ेगी तो फायदा किसे होगा और नुकसान किसे होगा. लोग इसे अलग-अलग चश्मे से देख रहे हैं. 1932 के खतियान आंदोलन के जयराम महतो उपज हैं. लेकिन अब राजनीतिक पार्टी बनाकर इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का उन्होंने दावा किया है.
इधर, झारखंड सहित पूरे देश में चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. अपने-अपने ढंग से लोग चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. चाहे भाजपा हो अथवा झारखंड मुक्ति मोर्चा या कांग्रेस, सब सक्रिय हो गए हैं. भाजपा दनादन कार्यक्रम कर रही है. प्रदेश सरकार पर हमला बोल रही है, तो झारखंड मुक्ति मोर्चा भी पीछे नहीं है. वह भी भाजपा की हर एक कोशिश का जवाब दे रहा है. इधर, प्रदेश कांग्रेस भी चुनाव मोड में दिख रही है. एक रणनीति के तहत लगातार जनता के बीच जाकर कार्यक्रम कर रही है. इसी कड़ी में रविवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के 53 वें जन्मदिन के अवसर पर रविवार को 53 किलोमीटर की भारत जोड़ो पदयात्रा निकाली गई. यह यात्रा सोमवार यानी आज रांची स्थित बापू वाटिका में महात्मा गांधी को पुष्पांजलि देकर समाप्त होगी. तो वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा 4 जुलाई को राज्य के सभी जिलों के झामुमो अध्यक्षों एवं सचिवों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में जैसा कि बताया जा रहा है, लोकसभा स्तर पर सांगठनिक तैयारियों पर चर्चा होगी. साथ ही साथ राज्य सरकार के कार्यों को लोगों तक पहुंचाने की रणनीति तैयार की जाएगी. इस बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन भी शामिल रहेंगे. कुल मिलाकर देखा जाए तो झारखंड में सभी पार्टियां चुनाव मोड में दिखने लगी है. जयराम महतो ने नई पार्टी बना कर और झारखंड के सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दलों की नींद हराम कर दी है. जयराम महतो अगर सभी सीटों पर चुनाव लड़ते हैं तो इसका नुकसान झारखंड मुक्ति मोर्चा को हो सकता है और फिर उसी अनुपात में इसका फायदा दूसरे दलों को मिल सकता है. लेकिन अभी चुनाव में वक्त है. देखना है की राजनीति का यह घोड़ा किस ओर दौड़ता है.
रिपोर्ट. धनबाद ब्यूरों