धनबाद (DHANBAD) : झारखंड के अन्य जिलों के साइबर अपराधियों का ठिकाना धनबाद बनता जा रहा है. इस कड़ी में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया हैं. अभी हाल ही में कोला कुसमा से धनबाद पुलिस ने स्टूडेंट बन साइबर अपराध के काम में लगे तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सभी शातिर साइबर अपराधी बताए गए थे. इधर ,रविवार को रांची साइबर थाने की पुलिस धनबाद पहुंची और लोकल पुलिस की मदद से छापेमारी कर तीनों को उठाया. पकड़ाए युवकों में टुंडी का छोटेलाल मंडल, मास्टर पाड़ा का राजेश कुमार मंडल, देवघर का राहुल कुमार राय शामिल है. तीनों लोग जेसी मल्लिक रोड में सुब्रतो घोष के घर पर किराए के मकान में रहते थे. लगभग 2 माह से रहे थे. यहां भी लोगों को बताया था कि वह स्टूडेंट है और पढ़ाई करते हैं. उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल बरामद किए गए हैं. घर मालिक धनबाद से बाहर रहते हैं. रांची साइबर थाने की पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर पहुंची और यह गिरफ्तारी की है. सूत्र बताते हैं कि यह तीनों किसी बड़े साइबर फ्रॉड के मामले में शामिल हैं और पुलिस इनके तलाश में लगी हुई थी कि रविवार को यह सफलता मिल गई. मतलब साफ है कि झारखंड के जामताड़ा, देवघर, गिरिडीह के बाद धनबाद को भी साइबर अपराधियों ने अपना ठिकाना बना लिया है.
किसान के बेटे कमाते थे करोड़ों रुपये
कोला कुसमा से जो युवक पकड़े गए थे, उनके बारे में पता चला है कि किसान के बेटे थे लेकिन उनका थाट बाट देखने लायक था. लाखों, करोड़ों कमाते थे और खर्च भी करते थे. बहुत जल्दी में धन पशु बनने की लालच में झारखंड के युवा इस काम में शामिल हो रहे हैं. बिना किसी पूजी के लाखों करोड़ों की कमाई कर रहे हैं. इनका एक बहुत मजबूत नेटवर्क काम करता है. इनकी पैठ बैंक अधिकारियों से लेकर अन्य जगह तक होती है. पुलिस किसी एक तरीके को रोकने की कोशिश करती है तो यह तरीका बदल लेते हैं और लोगों को विभिन्न तरह के प्रलोभन देकर ठगने का काम करते हैं. साइबर अपराध का यह खेल झारखंड के जामताड़ा से शुरू हुआ और देखते-देखते पूरे देश में फैल गया है. साइबर अपराध से जुड़े लोग कहीं बैठकर कहीं के भी लोगों से ठगी कर रहे हैं. नामचीन लोग भी इनके चंगुल में फंसते रहे है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद