Tnp desk:-हाल ही में लोकसभा का चुनाव संपन्न हुआ है. अब झारखंड में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है. लोक सभा का चुनाव भाजपा से निशिकांत दुबे लगातार चौथी बार जीत कर इस क्षेत्र से सांसद बने है. संपन्न लोकसभा चुनाव में पार्टी नेताओ की नाराजगी निशिकांत दुबे से देखने को मिली. यही कारण है कि कई कद्दावर नेता निशिकांत से दूरी बना लिए थे. वजह यह है कि निशिकांत दुबे के द्वारा किसी को तरजीह नही दिया जा रहा था. एक अलग टीम निशिकांत के पक्ष में चुनाव प्रचार प्रसार कर रही थी. पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की काफी नाराजगी के बाबजूद निशिकांत दुबे चुनाव जीत गए. अब चर्चा है कि विधानसभा में भाजपा देवघर से किसको टिकट देगी. जहाँ एक ओर वर्तमान विधायक नारायण दास है जिन्होंने लगातार दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुचे है. निशिकांत दुबे के खेमा और समर्थकों के बीच में यह चर्चा जोरों से है कि चुनाव में विधायक नारायण दास उनके विरुद्ध मतदान करवाये है. राजनीति के क्षेत्र और केंद्रीय संगठन में अपनी पकड़ बनाने वाले निशिकांत दुबे का साथ देने वाले को टिकट मिलेगा या फिर नारायण दास को इसकी चर्चा देवघर में जोरो से की जा रही है. कोई कहता है कि नारायण दास को टिकट नही मिलना चाहिए तो कोई किसी और को टिकट मिलने की चर्चा कर रहा है. खैर अब भाजपा आलाकमान पर निर्भर करता है कि वह टिकट किसको देगी.
निशिकांत के पक्ष वालो की फेहरिस्त लंबी,कोई पूर्व विधायक तो कोई पूर्व मुखिया और मंत्री की बहू है
देवघर में हरिजन मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है यही कारण है कि विधानसभा चुनाव में यह क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वर्तमान में यहाँ के विधायक नारायण दास से जो भाजपा के टिकट पर 2014 और 2019 में चुनाव लड़ा है और दोनो ही बार पूर्व मंत्री और राजद नेता सुरेश पासवान को हराया है. इस बार निशिकांत दुबे के विरोध में चुनाव प्रचार प्रसार करने का आरोप इनपर लग रहा है. यह आरोप निशिकांत खेमा और समर्थकों द्वारा लगाया जा रहा है. यही कारण है कि देवघर के बाज़ार में नारायण का टिकट कटने की पूरी चर्चा शुरू हो गई है. नारायण की जगह इनकी चर्चा की जा रही है जो निशिकांत दुबे को इस बार चुनाव में पूरी तरह से मदद की है. इनमें सबसे पहले विनीता पासवान के नाम की चर्चा हो रही है. विनीता पासवान झारखंड के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान की बहू है. वही कामेश्वर दास देवघर के पूर्व विधायक और जदयू नेता की भी चर्चा हो रही है. इसके अलावा जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष संतोष पासवान,पूर्व मुखिया बबलू पासवान,सावित्री देवी,बलदेव दास के बाद आईएएस कृष्ण कुमार दास,झारखंड के पूर्व वाणिज्य आयुक्त देवदत्त रेणु, पूर्व पत्रकार अंग्रेज दास,समाजसेवी तूफान महथा इत्यादि भी देवघर से भाजपा का टिकट मिलने की दिली तमन्ना के साथ इस लोकसभा चुनाव में निशिकांत का साथ दिए थे. अब देखना होगा की देवघर में भाजपा किसको आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाती है. तीसरी बार नारायण को या फिर किसी अन्य को,क्योंकि भाजपा हमेशा से चौकाने वाली कार्य करती है. जबतक टिकट की घोषणा नही होती तबतक अटकलों का बाजार देवघर में गर्म रहेगा.
रिपोर्ट ऋतुराज सिन्हा