धनबाद(DHANBAD): जीवित विधवा महिला को मृत बताकर उसकी 48 डिसमिल जमीन बेच देने के मामले में आखिरकार डीड रद्द कर दिए गए. 2 डीडो से 48 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री गोविंदपुर रजिस्ट्री कार्यालय में कर दी गई थी. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद निरसा की रहने वाली मेहरू निशा न्याय की गुहार लगाते हुए अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया. उसकी यह जमीन गोविंदपुर अंचल के खड़का बाद मौजा मे थी. जमीन रजिस्ट्री कराने के पहले गलत वंशावली बना ली गई थी. जमीन की रजिस्ट्री 10 मई और 26 जुलाई 2022 को कराई गई थी. गोविंदपुर के रजिस्ट्रार ने क्रेता, विक्रेता ,गवाह और डीड राइटर को नोटिस देकर हाजिर होने को कहा था. नोटिस में कहा था कि या तो डीड रद्द कराइए अन्यथा प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी. इसके बाद डीड राइटर, क्रेता विक्रेता और गवाह गोविंदपुरा रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे और डीड को रद्द करवाया. सवाल यह नहीं है कि डीड रद्द हो गए ,प्रश्न यह है कि विधवा महिला ने साहस , धैर्य दिखाया, अधिकारियों के दरवाजे खटखटा ए ,तब जाकर उसे न्याय मिला लेकिन ऐसे कितने लोग हैं जो न्याय के लिए अड़ते हैं, गुहार करते हैं और अंत तक लड़ाई लड़ते हैं. ऐसा करने वालों को चिन्हित कर जब तक ठोस कार्रवाई नहीं की जाएगी, इस तरह के मामले सामने आते रहेंगे और लोग परेशान होते रहेंगे.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद