धनबाद(DHANBAD):बिहार के आरा से लेकर औरंगाबाद तक सोन नदी के "बालू से तेल "निकालने वाले धनबाद के कारोबारी जगनारायण सिंह उर्फ जगन सिंह और उनके बेटे सतीश कुमार सिंह की गिरफ्तारी के बाद धनबाद के कम से कम आधा दर्जन लोगों की नींद उड़ गई है. इन लोगों में पुंज सिंह, सुरेंद्र जिंदल, मिथिलेश सिंह, सदाशिव सिंह के नाम गिनाए जा रहे है. ईडी की टीम ने शनिवार को पूछताछ के लिए जगनारायण सिंह और सतीश कुमार सिंह को कार्यालय बुलाया था. जांच में सहयोग नहीं करने और समन के बाद भी उपस्थित नहीं होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
पटना में बालू तस्करों की गिरफ्तारी से धनबाद में हड़कंप
ये गिरफ्तारी प्रवर्तन निदेशालय ने की है. बिहार के एमएलसी राधा चरण सेठ की स्वामित्व वाली कंपनी आदित्य मल्टी कम प्राइवेट लिमिटेड में जगनारायण सिंह और सतीश कुमार सिंह डायरेक्टर हैं .राधा चरण सेठ को ईडी की टीम ने पहले ही 13 सितंबर को गिरफ्तार किया था. इसी साल 5 जून को ईडी की टीम ने बालू घोटाले को लेकर धनबाद, हजारीबाग, बिहार और बंगाल के लगभग दो दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की थी. उसके बाद से ही यह चर्चा थी कि घोटाला लगभग 250 करोड़ है ,इसलिए बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
5 जून को ईडी ने बालू घोटाले को लेकर धनबाद, हजारीबाग, बिहार और बंगाल में छापेमारी की थी
शनिवार को जगनारायण सिंह और उनके पुत्र की गिरफ्तारी की सूचना जैसे ही धनबाद पहुंची धनबाद में बैठकर बिहार के बालू से तेल निकालने वालों की बेचैनी बढ़ गई. वैसे जगनारायण सिंह और उनके बेटे के खिलाफ न्यायालय से वारंट भी निर्गत हुआ है. 22 और 23 अगस्त को बिहार दाउदनगर की पुलिस धनबाद में छापेमारी की थी. लेकिन जगन सिंह और उनके बेटे नहीं मिले. जगनारायण सिंह बिहार के बालू कारोबार से लंबे समय से जुड़े हुए हैं. उनके पिता नौरंग देव सिंह भी बिहार के बालू कारोबार से जुड़े हुए थे. बहरहाल इस गिरफ्तारी ने कोयलांचल के कारोबारी जगत में हड़कंप मचा दिया है. ईडी की कार्रवाई जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, प्याज के छिलके की भांति बालू माफिया बने लोगों की करतूत सामने आती जाएगी.
रिपोर्ट:धनबाद ब्यूरो