रांची (TNP Desk) : लोकसभा चुनाव के महारण में विभिन्न पार्टियों के नेता अपनी ताकत झोंक दी है. हर कोई जीत का अपना-अपना वादा कर रहा है. लेकिन इस चुनाव में जीत किसकी होगी और कौन संसद पहुंचेगा ये चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा. झारखंड में इंडिया गठबंधन ने 14 सीटों में 12 लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों की घोषणा की है. दो सीटों पर प्रत्याशियों का एलान नहीं हुआ है. वहीं एनडीए ने 14 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. आज हम बात कर रहे हैं झारखंड सरकार की वो योजनाएं जो आने वाले चुनाव में भाजपा का खेल बिगाड़ सकता है. हालांकि बीजेपी ने भी चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी है. डोर-टू-डोर कैंपेन कर केंद्र की योजनाओं के बारे में आम जनता को जानकारी दे रहे हैं. आइये जानते हैं झारखंड सरकार की वो बड़ी योजना जिसके दम पर इंडिया गठबंधन में शामिल झामुमो, कांग्रेस, राजद और लेफ्ट पार्टी चुनाव प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी है.
अबुआ आवास योजना
इस योजना के तहत झारखंड सरकार राज्य के गरीब परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध करा रही है. योजना के तहत उन सभी परिवारों को तीन कमरों वाला पक्का मकान दिया जाता है जिनके पास पक्का मकान नहीं है. इसके लिए सरकार दो लाख रुपए दे रही है. सरकार ने लक्ष्य रखा है कि तीन सालों में कुल आठ लाख आवास गरीबों को देना है. ये आवास उन लोगों को दिए जाएंगे, जिन्हें पीएम आवास योजना के तहत मकान नहीं मिल पाया है. इसकी पहली किस्त भी इसी वर्ष जारी कर दी गई है.
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना
तत्कालीन हेमंत सरकार ने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना लागू की है. इसके तहत कक्षा आठ से 12वीं तक की छात्राओं को 20 हजार रुपए अनुदान दिया जाता है. सरकार की ओर से कक्षा 8वीं और 9वीं में पढ़नेवाली छात्राओं को ढाई हजार रुपए और 10वीं, 11वीं और 12वीं की छात्राओं को पांच हजार रुपए दिए जाते हैं. इसके अलावा जब छात्रा 18 साल की होती हैं, तो एकमुश्त 20 हजार रुपए दिए जाते हैं. इस योजना से लाखों छात्रों को फायदा मिल रहा है.
मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना
मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की थी. इस योजना के अंतर्गत हायर एजुकेशन की पढ़ाई करने के इच्छुक 10वीं के छात्र-छात्राओं को इसके तहत फ्री कोचिंग दी जा रही है. ऐसे विद्यार्थियों को प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में पढ़ने का मौका मिल रहा है. प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए पूरी फीस सरकार दे रही है. छात्रों को हर महीने 2500 रुपए मिल रहा है.
गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना
गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से हर गरीब व मध्यम वर्ग के परिवार के बच्चे अपना भविष्य संवार रहे हैं. चार फीसदी ब्याज दर पर 15 लाख रुपए तक का शिक्षा ऋण दिया जा रहा है. इसका गारंटर सरकार है. लोन वापसी की प्रक्रिया शिक्षा पूरी होने के एक साल बाद शुरू होगी.
पुरानी पेंशन योजना
झारखंड सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को राज्य में लागू की है. यह स्कीम 1 सितंबर 2022 से राज्य सरकार के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है. वहीं कर्मियों के वेतन में की जानेवाली कटौती बंद हो गयी है. इससे राज्य के कर्मचारियों को काफी लाभ हुआ है. जब यह योजना लागू की गई थी उस समय कर्मचारियों ने खुशी का इजहार किया था. क्योंकि ये उनकी वर्षों पुरानी मांग थी, जिसे सरकार ने लागू किया.
मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना
इस योजना के अंतर्गत सरकार सुखाड़ प्रभावित हर परिवार को तत्काल राहत के रूप में 3500 रुपए दे रही है. बताया जाता है कि सुखाड़ से करीब 30 लाख से अधिक किसानों की आजीविका प्रभावित हुई थी. इसी देखते हुए सरकार ने इस योजना को लागू किया
झारखंड एकल्व्य प्रशिक्षण योजना
तत्कालीन हेमंत सरकार ने झारखंड एकलव्य प्रशिक्षण योजना की शुरुआत की थी. इसके अतंर्गत लाखों विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा का लाभ मिल रहा है. इस योजना से हर वर्ष 27 हजार स्टूडेंट्स को फायदा मिल रहा है.
झारखंड सरकार ने इन योजनाओं को भी किया है लागू
झारखंड सरकार ने और भी कई योजनाएं गरीबों के लिए लागू की है जिसका फायदा लोगों को मिल रहा है. जैसे मुख्यमंत्री सारथी योजना, मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना, स्वामी विवेकानंद निःशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना, विकलांग कार्यशाला योजना, विकलांग छात्रवृत्ति, अंतर्जातीय विवाह योजना, अति कुपोषित बच्चों के लिए कुपोषण उपचार केंद्र, महिलाओं के दक्षता एवं उद्यमिता विकास हेतु प्रशिक्षण, महिलाओं को 50 साल की उम्र में पेंशन आदि कई योजनाएं हैं, जो लोगों के कल्याण में लागू किया गया है. जिसका लाभ सीधे-सीधे लोगों को मिल रहा है. इन्हीं योजनाओं को लेकर इंडिया गठबंधन के नेता, कार्यकर्ता जनता के बीच जा रही है और लोगों को इसके बारे में जानकारी दे रही है. अब तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा कि झारखंड में इंडिया गठबंधन को कितना फायदा मिलेगा या कितना नुकसान होगा. क्योंकि राज्य में बीजेपी भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.