रांची (RANCHI) : लोकसभा चुनाव का सियासी पारा गर्मी के मौसम में काफी बढ़ गया है. जगह-जगह सभाएं हो रही है, जनसंपर्क अभियान चल रहा है. एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. वहीं प्रत्याशी भी मतदाताओं को लुभाने के लिए गर्मी में खूब पसीना बहा रहे हैं. इस सियासी रण में कौन बाजी मारेगा ये तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा. झारखंड की बात करें तो यहां एनडीए ने 14 सीटों पर अपने उम्मीदवार को मैदान में उतार दिया है. वहीं इंडिया गठबंधन ने 14 में से 12 सीटों पर प्रत्याशी दिया है. दो सीटों पर भी जल्द ही घोषणा हो जायेगी.
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में झारखंड से विभिन्न पार्टियों ने कुछ नए चेहरों पर भरोसा जताया है, जो पहली बार संसद पहुंच सकते हैं. बीजेपी ने इस बार धनबाद, दुमका, चतरा, हजारीबाग और लोहरदगा से नए उम्मीदवारों को मौका दिया है. वहीं कांग्रेस ने गोड्डा, धनबाद, चतरा और हजारीबाग से नए प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, झामुमो ने भी दुमका से नए उम्मीदवार दिया है, जो अपने-अपने क्षेत्र से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
लोहरदगा में समीर उरांव का टक्कर सुखदेव भगत से
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने तीन बार के सांसद सुदर्शन भगत का टिकट काटकर पहली बार समीर उरांव को प्रत्याशी बनाया है. वे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले समीर उरांव राज्यसभा सांसद थे. वहीं कांग्रेस ने समीर उरांव को टक्कर देने के लिए सुखदेव भगत को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनाव में सुखदेव भगत ने सुदर्शन भगत को कड़ी टक्कर दी थी. इस सीट से जो भी उम्मीदवार जीतेगा वो पहली बार संसद पहुंचेंगे.
धनबाद में ढुल्लू महतो और अनुपमा सिंह में मुकाबला
धनबाद में भी बीजेपी ने दिग्गज नेता व चार बार सांसद रहे पीएन सिंह का टिकट काटकर बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को मैदान में उतारा है. वे पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री स्व. राजेंद्र सिंह की बहू व बेरमो विधायक अनूप सिंह उर्फ कुमार जयमंगल की पत्नी अनुपमा सिंह को टिकट दिया है. वो पहली बार राजनीति के मैदान में कूदी हैं.
चतरा के मैदान में कालीचरण सिंह और केएन त्रिपाठी
चतरा में भाजपा ने पहली बार स्थानीय उम्मीदवार के रूप में कालीचरण सिंह को टिकट दिया है. वे पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस ने झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है. दोनों ही नेता पहली बार लोकसभा चुनाव में आमने-सामने होंगे. इस सीट से पहली बार कोई प्रत्याशी संसद पहुंचेगा.
दुमका से पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं सीता सोरेन और नलिन सोरेन
दुमका लोकसभा क्षेत्र से अभी हाल में झामुमो छोड़ बीजेपी में शामिल हुईं सीता सोरेन को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले सांसद सुनील सोरेन को टिकट दिया था, लेकिन सीता के शामिल होने के बाद भाजपा ने उनका टिकट काट दिया. वहीं सात बार विधायक नलिन सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दुमका से प्रत्याशी बनाया है. दोनों ही नेता पहली बार इस लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं.
हजारीबाग को भी मिला नया प्रत्याशी
भाजपा ने हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से इस बार सदर विधायक मनीष जायसवाल को चुनाव मैदान में उतारा है. वे पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं बीजेपी से नाता तोड़ कांग्रेस में शामिल हुए जय प्रकाश भाई पटेल को पार्टी ने हजारीबाग से उम्मीदवार बनाया है. जय प्रकाश भाई पटेल मांडू से विधायक हैं. दोनों ही प्रत्याशी पहली बार हजारीबाग से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से भी पहली बार कोई उम्मीदवार संसद पहुंचेंगे.