धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल की छोटी-छोटी दुकानों में खाद्यान्न की कमी अभी तो शुरू नहीं हुई है, लेकिन आंदोलन अगर जारी रहा तो दो-तीन दिनों के बाद संकट उत्पन्न हो जाएगा. आलू-प्याज के कीमत तो बढ़ गए हैं, अन्य सामानों की कीमत में भी बढ़ोतरी होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. शुक्रवार को आंदोलन का तीसरा दिन है. छोटे दुकानदारों के पास सामान के बहुत अधिक स्टॉक भी नहीं होते. अगर थोक कारोबारियों की बात करें तो उनका कहना है कि अगर यह स्थिति बनी रही तो आम लोगों को परेशानी हो सकती है. 2% कर के खिलाफ पूरे झारखंड के कारोबारी हड़ताल पर हैं. झारखंड के कुल 28 मंडियों से एक छटाक भी माल नहीं उठ रहा है और न माल आ रहा है. धनबाद के बरवाअड्डा स्थित कृषि बाजार प्रांगण का भी यही हाल है.
थोक दुकानों पर लटके है ताले
सभी दुकानों पर ताला लटके हुए हैं. हां, एक बात जरूर है कि धनबाद के जनप्रतिनिधि लगातार बरवाअड्डा कृषि बाजार प्रांगण पहुंच रहे हैं और व्यवसायियों के समर्थन में बोल रहे हैं. गुरुवार को झरिया की कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह कारोबारियों के बीच पहुंची और उन्होंने कहा कि उनकी मांगों से मुख्यमंत्री को अवगत करेंगे. उन्होंने कारोबारियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही व्यवसायियों के साथ वह मुख्यमंत्री से मिलेंगी. और उनसे अनुरोध करेंगी कि इस पर पुनर्विचार किया जाये. शुक्रवार को भाजपा नेत्री रागनी सिंह भी व्यवसायियों के बीच पहुंची और उनकी मांगों को जायज बताया. सांसद पशुपतिनाथ सिंह भी बाजार समिति पहुंचे और कारोबारियों से बात की. उन्हें भरोसा दिया कि वह उनके आंदोलन के साथ हैं. व्यवसायियों की मांग जायज है. सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. अगर जल्द हड़ताल वापस नहीं हुई तो खाद्यान्न संकट उत्पन्न हो जाएगा और यह स्थिति काफी भयानक हो सकती है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद