देवघर (DEOGHAR): वर्तमान समय मे झारखंड के ब्लड बैंकों में रक्त की कमी देखने को मिलती है. कभी-कभी तो ऐसा हो जाता है कि खून की उपलब्धता नही होने से मरीजों की मौत होने की खबर भी सामने आते रहती है. मिली जानकारी के अनुसार झारखंड में 1 लाख यूनिट ब्लड की कमी है. जिसे पूरा करने के लिए अब सरकार सभी जिलों में ब्लड सेपरेशन मशीन को स्थापित करने की ठोश योजना पर काम कर रही है. देवघर दौरे पर आए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने यह जानकारी दी है.
एक यूनिट से 3 मरीज को मिल सकता है लाभ
सभी वर्ग के लोगों के सहयोग से झारखंड में खून की कमी को दूर किया जाएगा. ये बातें झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने देवघर में दी. मंत्री ने कहा कि खून में 4 कंपोनेंट RBC,WBC,PLATELATES और plazama होते है. एक यूनिट ब्लड से इससे सिर्फ एक मरीज को ही दिया जा सकता है. ऐसे में सरकार ने हर जिलों में खून की कमी को देखते हुए राज्य के सभी जिलों में ब्लड सेपरेशन मशीन स्थापित करने का निर्णय लिया है. इसके तहत ब्लड परत दर परत हो जाता है. जिससे आरबीसी,डब्ल्यूबीसी, प्लेटलेट्स और प्लाज़मा अलग-अलग किया जा सकता है. अलग-अलग ब्लड का परत होने से एक यूनिट ब्लड से जरूरतमंद 3 मरीजों को दिया जा सकता है. मंत्री ने कहा कि इस पर सरकार गंभीरता से ठोश कार्य कर रही है. बहुत जल्द सभी जिलों में इससे खून की कमी बहुत हद तक दूर किया जा सकता है. मंत्री द्वारा रक्तदान के लिए सामाजिक लोगों से आगे आने का आग्रह किया गया है.
संताल के जिला में शुरू होगी 24*7 स्वास्थ्य सेवाएं
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड में दिन प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होती जा रही है.इन्होंने ने कहां की कालाजार इस राज्य में समाप्ति की ओर है.टीबी उन्मूलन भी अंतिम चरण में है.फाइलेरिया उन्मूलन में भी राज्य अच्छा काम कर रही है.24 घण्टे सातों दिन बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो इसके लिए जल्द ही राज्य में पायलट प्रोजेक्ट को चालू किया जाएगा.संताल परगना में दुमका मेडिकल कॉलेज में इसकी शुरुआत की जाएगी.इस योजना के तहत 24 घंटे मरीजों की बेहतर सेवा उपलब्ध की जाएगी.मंत्री ने कहां की विभाग ने कर्मियों की कमी को दूर करने के लिए jpsc को रिक्तियां भेज दी गयी है.
रिपोर्ट. रितुराज सिन्हा