धनबाद(DHANBAD): धनबाद के बरवाअड्डा में 24 घंटे के भीतर दो गोलीकांड की जांच में पुलिस अभी तक पानी ही पीट रही है. इन दो घटनाओं में एक राजकुमार साव की तो मौत हो गई और दो लोग अस्पतालों में जीवन और मौत से जूझ रहे है. पुलिस अभी केवल पूछताछ और मोबाइल कॉल डिटेल पर ही अपनी जांच केंद्रीय कर रखी है. वैसे, पिंटू ठाकुर को गोली मारने वाले जिस मकान में रह रहे थे, वहां जाकर पुलिस जानकारी जुटाने की कोशिश की है. लेकिन कोई सूत्र हाथ नहीं लगा है. पिंटू ठाकुर ने पुलिस को सम्राट, शोमी और दुर्गा का नाम बताया है.
पिंटू ठाकुर को गोली मारने में तीन नाम आये सामने
उसने कहा है कि इन्हीं तीन लोगों ने उन्हें गोली मारी है. वैसे पुलिस का दावा है कि इनकी पहचान कर ली गई है. इनके ग्रुप में चार युवक है, जो रांची के रहने वाले है. इन लोगों ने रांची में भी जमीन विवाद में गोलीबारी की थी और वहां से भागकर बरवाअड्डा में नाम बदल कर रहे थे. गोली मारने के बाद से ही बरवा अड्डा से भी फरार है. इलाके के लोग बताते हैं कि जमीन कब्ज़ा करवाने, दलाली में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है. हाल- फिलहाल में बरव अड्डा थाना क्षेत्र जमीन मामले में विवादों में रहता है. इसके पहले के थानेदार का तबादला इसी जमीन विवाद ने कराया था. लोगों ने कई बार थाने पर प्रदर्शन किया है. रैयतो की पुश्तैनी जमीन के साथ छेड़छाड़ की गई है. इधर, राजकुमार साव हत्याकांड में पुलिस की जांच मोबाइल कॉल डिटेल पर केंद्रित है.
बुलाकर फ़ोन बंद कर दिया है शूटरों ने
सूत्रों के अनुसार अपराधियों ने जिस फ़ोन से राजकुमार को बुलाया था, घटना के पहले से ही वह बंद है. पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि फर्जी नाम से सीम लिया गया था. नरेंद्र कुमार के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है कि जमीन के कारोबार के साथ वह सूदखोरी का भी काम करता था. जमीन कारोबार में ही यह हत्या होने की बात सामने आ रही है. पिंटू ठाकुर को गोली मारने वालों का नाम और पता चल गया है. पिंटू ठाकुर को जिस दिन गोली मारी गई थी, उसके ठीक एक दिन पहले बुलाकर राजकुमार साव और नरेंद्र पर फायरिंग की गई थी. राजकुमार साव की तो मौत हो गई लेकिन नरेंद्र कुमार इलाज चल रहा है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो