रांची(RANCHI): झारखंड में JSSC CGL की परीक्षा को लेकर सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है. पेपर लीक ना हो इसे देखते हुए परीक्षा के दौरान इंटरनेट बंद रखने का आदेश जारी कर दिया. इस आदेश के बाद एक ओर छात्रों को परेशानी का सामना उठाना पड़ा तो दूसरी ओर इसपर राजनीति तेज हो गई. भाजपा ने इसे परिवर्तन सभा से जोड़ कर सवाल उठाया तो झामुमो ने पलटवार करते हुए पेपर लीक का गिरोह भाजपा के लोगों को बता दिया.बता दे कि हेमंत सरकार ने JSSC CGL परीक्षा में कदाचार और पेपर लीक रोकने के लिए परीक्षा के दौरान सुबह 08 से दोपहर एक बजे तक इंटरनेट पूरी तरह से बंद रखने का आदेश दिया है.
इस इंटरनेट बंद के आदेश पर भाजपा ने सवाल खड़ा किया है.भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इंडी गठबंधन की सरकार झारखंड को कश्मीर बनाने की कोशिश कर रही है. इंटरनेट कश्मीर में बंद होता था.इंडी गठबंधन के लोग जैसे चाहते थे की कश्मीर शांत ना हो तो उसे मिस कर रहे है और यही वजह है कि झारखंड में इंटरनेट बंद कर दिया. साथ ही इंटरनेट बंद करने के पीछे सरकार की एक बड़ी साजिश है. उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा की परिवर्तन यात्रा चल रही है. इस यात्रा में लाखों लोग मौजूद हो रहे है इसके अलावा विभिन्न सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए करोड़ों लोग संदेश को सुन रहे है. इससे घबरा कर हेमंत सोरेन ने परीक्षा का बहाना बना कर नेट बंद किया है.
वही भाजपा के इस आरोप पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता मनोज पांडे ने कहा कि सरकार संवेदनशील है. बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित है. परीक्षा में पेपर लीक ना हो इसके लिए कड़ी नियम बनाए जा रहे है.परीक्षा कदाचार मुक्त पूरी करने को लेकर कोई भी कडा एक्शन उठा सकते है.उन्होंने कहा कि इंटरनेट बंद का विरोध वही लोग कर रहे है जो खुद पेपर लीक करने में शामिल रहते है. भाजपा के आस पास वाले लोग ही पेपर लीक करने वाले गिरोह के सरगना है.