जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): जमशेदपुर लोकसभा सीट पर 25 मई जनता प्रत्याशियों की किस्मत पर मोहर लगाएगी, वही बीजेपी और झामुमो के प्रत्याशी अपने अपने पार्टी के स्टार प्रचारक के सहारे मैदान में है.बीजेपी जमशेदपुर सीट के लिए नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ और कंगना रनौत को लाने की तैयारी में है, तो वहीं इंडिया गठबंधन प्रत्याशी मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, कल्पना सोरेन, आरजेडी लालू यादव, तेजस्वी यादव, समाजवादी अखिलेश यादव और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को लाने की तैयारी में है.
प्रचारक को लेकर दोनों पार्टियों के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है
वहीं प्रचारक को लेकर दोनों पार्टियों के बीच बयानबाजी भी तेज हो गई है.झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का हर एक कार्यकर्ता स्टार प्रचारक है, कल्पना सोरेन और मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के लोकप्रियता से झारखंड में आनेवाले सभी बीजेपी के स्टार प्रचारक ही घबरा गए हैं, हमारे गठबंधन के तमाम दिग्गज स्टार नेता प्रचार करने पहुंचेंगे, और इस आंधी में बीजेपी के सभी स्टार प्रचारक उड़ जाएंगे.वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी समीर महंती ने कहा कि विपक्ष के बीजेपी के प्रत्याशी जनता के बीच लोकप्रिय खत्म हो चुकी है, उन्हें लोग घमंडी के नाम से जान रहे हैं, मैं एक साधारण व्यक्ति हूं और साधारण व्यक्ति को ही इस बार जनता अपना आशीर्वाद देगी, स्टार प्रचारक के साथ झारखंड के व्यक्ति को ही जनता पसंद कर रही है.
बीजेपी से पीएम और कंगना भरेंगे हुंकार
वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री एवं लोकसभा के सयोजक ने कहा कि जमशेदपुर लोकसभा सीट के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आदित्यनाथ योगी और कंगना रनौत जनता को संबोधित करने आ रहे हैं, जिससे विपक्ष का पेंट ढीला हो गया है, विपक्ष को स्टार प्रचारक नहीं मिल रहा है, हमारे यहां स्टार प्रचारकों की लंबी लिस्ट है, उनके पास भ्रष्टाचार में लिप्त स्टार प्रचारक की लिस्ट है.वहीं बीजेपी ने समीर महंती के बयान पर कहा कि जनता स्टार प्रचारक बनती है, उनके पास स्टार प्रचारक तो जेल में है या जेल से बेल पर है, जमशेदपुर की जनता समीर महंती की हकीकत जानती है. सभी अपनी अपनी पार्टी की जीत का दावा कर रहे है, लेकिन 4 जून को ही पता चलेगा कि जनता ने जीत का ताज जेएमएम के प्रत्याशी को पहनाती है या फिर बीजेपी के प्रत्याशी को यह आने वाला समय ही बताएगा.
रिपोर्ट-रंजीत ओझा