रांची(RANCHI): झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल अपनी खोई हुई जमीन तलाशने में जुटी है. लोकसभा में करारी हार के बाद अब समीक्षा का दौर जारी है. लेकिन इस समीक्षा के बीच ही पलामू में राजद नेता आपस में सिर फुटौवल करते दिखे.बता दे कि पलामू-गढ़वा जिले के सभी प्रखण्ड अध्यक्ष के साथ प्रदेश अध्यक्ष बैठक कर लोकसभा चुनाव की हार पर चर्चा कर रहे थे.इस बीच एक नेता उठ कर हंगामा करने लगा. हालांकि यह विवाद क्यों हुआ इस पर पार्टी के लोग कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे है. लेकिन विवाद के बाद की सवाल राजद पर खड़ा हो गया की आखिर लालू जी की पार्टी को क्या हो गया है. क्या ऐसे ही आने वाले चुनाव में नाव पार होगी.
मालूम हो की पलामू को राजद का गढ़ माना जाता है. यही वजह है कि राजद को लोकसभा चुनाव में पलामू की सीट दी गई.लेकिन भाजपा के हाथ हार का सामना करना पड़ा.इस चुनाव में सवालों के घेरे में राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव है.सभी बूथ को छोड़ दे तो प्रदेश अध्यक्ष खुद अपने बूथ पर ही पार्टी की प्रत्याशी को लीड नहीं दिला सके. इससे साफ है कि आखिर चुनाव में पार्टी की कैसे तैयारी थी.सिर्फ केन्द्रीय और बड़े नेताओं के भरोसे से प्रत्याशी मैदान में डटे हुए थे.
अब जब पलामू में लोकसभा चुनाव की हार पर मंथन का दौर जारी है तो कई लोग प्रदेश अध्यक्ष पर सवाल खड़े कर रहे है. उनसे भी सवाल पूछ रहे है कि आपने चुनाव में कितनी मेहनत किया था. आखिर हार की जिम्मेवारी क्यों नहीं ले रहे है. अब सामने विधानसभा का भी चुनाव है. इस चुनाव की तैयारी भी राजद को करना है. लेकिन इससे पहले अपने पुराने कार्यकर्ताओं में जोश भरना होगा. नहीं तो लोकसभा के जैसा हाल विधानसभा में भी जो जाएगा.