गुमला(GUMLA):गुमला जिला के घाघरा प्रखंड के आदर सलगी गांव के समीप फॉरेस्टर शेखर सिंह और घाघरा पुलिस के संयुक्त कार्रवाई में चार अवैध बॉक्साइट ट्रक को जब्त किया गया है. ट्रक को वन विभाग कार्यालय गुमला ले जाया गया.आपको बताये कि गुरदारी कुंजाम इलाके से अवैध बॉक्साइट लेकर तीन ट्रक आ रही थी, जिसकी सूचना वन विभाग को मिली,इसके बाद वन विभाग की टीम फॉरेस्टर शेखर सिंह की अगुवाई में पुलिस फोर्स के साथ मुस्तैदी से खड़ा हो गया, ट्रक चालक की नजर फॉरेस्टर व पुलिस पर पड़ी ट्रक खड़ा कर चालक भाग निकले.आपको बता दें कि लोहरदगा में बैठकर लगातार माफियाओं के द्वारा अवैध बॉक्साइट का ढुलाई किया जाता है. जिसकी लगातार सूचना वन विभाग को मिल रही थी.इस संबंध में फॉरेस्टर शेखर सिंह से पूछने पर उन्होंने बताया कि लगातार सूचना मिल रही थी कि जंगलों की कटाई कर अवैध तरीके से बॉक्साइट का उत्खनन किया जा रहा है और बगैर चालान के ट्रक बॉक्साइट लेकर जाता है. जिसके बाद सोमवार की सुबह गुप्त सूचना मिली कि अवैध बॉक्साइट लदे तीन ट्रक आ रहे है तीनों ट्रकों को आदर के समीप जप्त किया गया है. तीनों चालक भागने में सफल रहे आगे की कार्रवाई नियम अनुसार किया जाएगा.
लोहरदगा में बैठकर माफिया अवैध बॉक्साइट का उत्खनन व ढुलाई करते हैं
जानकारी मिली है कि लोहरदगा में बैठकर माफिया अवैध बॉक्साइट का उत्खनन व ढुलाई करते हैं, लंबे समय से यह अवैध काम इस इलाके में चल रहा है, जंगलों की कटाई कर जमीन के नीचे से लाल सोना निकाल रहे हैं, यह अवैध उत्खनन का काम कोई नया नहीं लम्बे समय से माफिया लगातार इस काम में हावी है और लाखों करोड़ों रुपए की कमाई कर रहे है.अवैध तरीके से बॉक्साइट को ले जाकर रामगढ़ में माफिया बेचकर लाखों करोड़ों रुपए की कमाई कर रहे हैं.जिससे राजस्व का नुकसान तो हो ही रही है साथ ही साथ जंगलों को भी काफी क्षति पहुंचाया जा रहा है, जंगल को उजाड़ कर जमीन के नीचे से बॉक्साइट निकाला जा रहा है, यदि यह सिलसिला नहीं थम तो आनेवाले समय में जंगल देखने को नहीं मिलेगा.
पढ़ें कैसे मालामाल हो रहे हैं माफिया
एक ओर सरकार के द्वारा लाखों रुपए खर्च कर वन संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, कई संस्थान व वन विभाग के द्वारा लोगों को यह बताया जा रहा है कि जंगलों को ना काटे वन है तो कल है पर यह बात उन माफियाओं को नहीं बताया जा रहा है जो जंगलों को काटकर जमीन के नीचे से बॉक्साइट निकाल रहे है. जंगल को आम लोगों से नहीं बल्कि माफियाओं से ज्यादा खतरा है.अवैध बॉक्साइट का खनन गुरदरी थाना क्षेत्र के इलाके में की जाती है.जहां पर जंगलों की कटाई कर यह अवैध धंधा किया जाता है. आखिरकार गुरदरी थाना बिशनपुर थाना और बनारी फॉरेस्ट नाका को कैसे यह सारे अवैध बॉक्साइट लदा ट्रक पार करके गुमला व लोहरदगा पहुंच जा रहे हैं.यह एक बड़ा सवाल है? जबकि बनारी फॉरेस्ट नाका में बगैर चालान का जांच किए वाहनों का परिचालन नहीं करने दिया जाता है.लोगों में चर्चा का विषय है कि क्या अधिकारियो की भी मिली भगत है.
रिपोर्ट-सुशील कुमार