धनबाद(DHANBAD): बाघमारा-बरोरा के कोयला चोरों में इतनी साहस और हिम्मत कहां से आ गई है कि वह पुलिस -सीआईएसफ को भी पैरो तले रौंद रहे है. एक ही दिन एक बार नहीं बल्कि तीन बार हमला बोल दे रहे है. तीसरे हमले के समय तो मधुबन पुलिस भी साथ थी. फिर भी कोयला चोर सैकड़ों सीआईएसएफ के जवानों पर टूट पड़े. महिला हेड कांस्टेबल सहित 7 लोग घायल हो गए. सीआईएसफ ने दर्जनों राउंड फायरिंग कर टीम की जान बचाई.
महिला हेड कांस्टेबल तो कहती हैं कि अगर वह सुरक्षा के लिए अपनी राइफल से गोली नहीं चलाती तो उनकी राइफल छीन ली जाती. हमलावर उनकी जान भी ले सकते थे. साथी नहीं बचाते तो जान जानी तय थी.
गुरुवार को बाघमारा -बरोरा में कोयला चोरों का आतंक सिर चढ़कर बोला
गुरुवार को बाघमारा -बरोरा इलाके में कोयला चोरों का आतंक सिर चढ़कर बोला. यह साबित हो गया कि धनबाद में कोयला चोरों की समानांतर व्यवस्था चलती है. अब तो कोयला चोर पुलिस के लिए भी भष्मासुर साबित हो रहे है. गुरुवार को जरलाही पैच में सीआईएसएफ की टीम पर कोयला चोरों ने दो बार हमला बोला . यह हमला सुबह 8 बजे और दिन के 10 बजे हुआ. उसके बाद उच्च स्तरीय बैठक हुई और निर्णय लिया गया कि फ्लैग मार्च निकालकर इलाके में दहशत कायम कराया जाये. इसी उद्देश्य से अपराहन 3 बजे के बाद सीआईएसएफ के जवान, पुलिस के अधिकारी फ्लैग मार्च निकाले हुए थे. अधिकारी जैसे ही आशाकोठी गांव के पास पहुंचे, उन्हें कोयले का ढेर दिखा.
अभी तो कोयला जब्ती की प्रक्रिया ही शुरू हुई थी कि हो गया हमला
उसे जब्ती की प्रक्रिया अभी शुरू ही हुई थी कि सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर पूरी टीम पर हमला बोल दिए. जो अधिकारी उनकी पकड़ में आए, पिटाई कर दी. इस संबंध में 10 नामजद और 200 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा गुरुवार की रात को ही दर्ज किया गया है. 14 घंटे से भी अधिक समय बीत गए ,अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की गई है. संभवत यही कारण है कि चोरों का मनोबल सातवें आसमान पर होता है. यह घटना सीआईएसएफ के लिए चुनौती है, बीसीसीएल के लिए बड़ा चैलेंज है तो पुलिस के लिए महाचैलेंज है. पुलिस जब तक 'रिमोट' से कोयला चोरो का गैंग चलाने वालों पर शिकंजा नहीं कसेगी, तब तक पुलिस पीटती रहेगी, सीआईएसएफ वाले मार खाते रहेंगे और राष्ट्रीय संपत्ति की चोरी होती रहेगी.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद