दुमका (DUMKA) : झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के बैनर तले दुमका सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में अनुबंध पर कार्य कर रहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा. दरअसल, नियमितीकरण की मांग को लेकर अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी 16 जनवरी से ही आंदोलनरत है. 16 से 23 जनवरी तक सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में सभी कर्मी धरना पर बैठे रहे. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुरूप जब 23 जनवरी तक सरकार से इनकी कोई वार्ता नहीं हुई तो 24 जनवरी से सभी कर्मी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए.
हर बार मिलता है आश्वासन
कर्मियों का कहना है कि वे लोग 16 वर्षों से अनुबंध पर कार्य कर रहे हैं. बार-बार आंदोलन किया जाता है. हर बार सरकार द्वारा उन्हें आश्वासन दिया जाता है, लेकिन उनकी मांगे पूरी नहीं होती है. उससे भी बड़ी बात है कि झामुमो ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में अनुबंध कर्मियों को नियमित करने की बात कही थी, लेकिन सत्ता में आते ही हेमंत सोरेन अपना वादा भूल चुके हैं. सीएम को अपना वादा याद दिलाने के लिए इस बार कर्मी आर पार की लड़ाई के मूड में है. कर्मियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा. स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल और आमरण अनशन पर चले जाने के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हुई है. सिविल सर्जन डॉक्टर बच्चा प्रसाद भी मानते हैं कि वैकल्पिक व्यवस्था की गई है लेकिन वह नाकाफी है. उनका कहना है कि कर्मियों की मांग सरकार से है और इनकी मांग को सरकार तक पहुंचा दिया गया है. फैसला सरकार को लेनी है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका