रांची (RANCHI) : आमतौर पर आपने माँ की पूजा ढोल नगाड़े और आरती के साथ देखा होगा, मगर रांची में जवानों ने माँ की पूजा राइफल से सलामी देते हुए की है. गोरखा जवानों की दुर्गा पूजा काफी खास है. हर साल कलश स्थापना के साथ इसकी पूजा शुरू की जाती है. नवरात्र में हर दिन विभिन्न तरीकों से मां शक्ति की पूजा की जाती है. ठीक इस बार भी गोरखा जवान दुर्गा माँ की पूजा कर रहे है. इनकी ये पूजा काफी विशेष होती है.
डोली में बिठाकर फुलपाती की हुई रस्म
इस महासप्तमी के अवसर पर गोरखा जवान नव पत्रिका प्रवेश के साथ फुलपाती पूजा करते हैं. इस दौरान गोरखा जवान पेड़ पौधों की पूजा करते हैं ताकि जंग या फिर किसी मुठभेड़ के दौरान जंगलों में पेड़ पौधे भी उनके जवानों की रक्षा करें. बता दें कि इस पूजा के दौरान झारखंड आर्म्ड फोर्स वन परिसर में पूरे सैनिक सम्मान के साथ माता को डोली में बिठाकर फुलपाती की रस्म की. वहीं शारदीय नवरात्र में पहले पाठा (बकरे) की बलि दी गई और फायरिंग की गई.
ऐसे होती है पूजा
गोरखा जवान का विश्वास है कि अगर वह मां शक्ति, मां दुर्गा की पूजा श्रद्धापूर्वक करें तो उनके ऊपर आने वाली विपदा को माँ दूर कर देगी. इस पूजा में नौ कन्या रूपी माता का सिंगार किया जाता है. उसके बाद माँ को डोली में बिठाकर पूरे परिसर में यात्रा निकाली जाती है. इस दौरान बैंड बाजे के साथ डोली में नौ कन्याएं की यात्रा निकली. इस पूजा में माँ दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना नहीं की जाती है बल्कि यहाँ मात्र कलश स्थापित कर नौ दिनों तक पूजा होती है .इसके साथ ही शस्त्रों को भी रखा जाता है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन