दुमका (DUMKA) : दुमका के दिग्घी स्थित सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय परिसर में SKMU शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ का आंदोलन 26 नवंबर से जारी है. 26 नवंबर को प्रशासनिक भवन में तालाबंदी के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए. संघ द्वारा पूर्व में ही घोषणा की गई थी कि अगर 8 दिसंबर तक मांगे पूरी नहीं हुई तो विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुरूप सोमवार से शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के आंदोलन का दूसरा चरण शुरू हो गया.
सातवें वेतनमान में वेतन भुगतान, एसीपी, एमएसीपी का लाभ सहित विभिन्न मांगों को लेकर यह आंदोलन चलाया जा रहा है. विश्वविद्यालय सहित सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया गया एवं सभी कार्यों को पूरी तरह ठप कर दिया गया. एक भी छात्र या शिक्षक विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं कर पाए. आंदोलन का आज 14वां दिन है. कर्मचारी अपनी मांगो पर डटे हुए हैं. कड़ाके की ठंड में भी SKMU के मुख्य गेट पर दरी बिछा कर बैठने पर विवश हैं.
संघ के महासचिव नेतलाल मिर्धा ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की मांग को नजर अंदाज करने को काफी दुखद बताया. उन्होंने कहा कि आंतरिक श्रोत से सातवें वेतनमान में वेतन भुगतान प्रारंभ करने से सभी समस्याएं समाप्त की जा सकती है.” संघ के अध्यक्ष परिमल कुंदन ने कर्मचारियों को आंतरिक श्रोत से वेतन भुगतान की मांग पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा चुप्पी साधे रहने पर दुख जताया. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि प्रशासन वेतन के मुद्दे पर शांत किंतु अन्य कार्यों के प्रति इतना सक्रिय क्यों है? उन्होंने कहा कि बिना सातवां वेतन लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को सहयोग देने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता.
रिपोर्ट-पंचम झा