धनबाद(DHANBAD) : आज यानि बुधवार को झारखंड की 43 सीटों पर चुनाव खत्म हो जाने के बाद बाकी बची सीटों के लिए घमासान और तेज जाएगा. वैसे तो संथाल और कोयलांचल की ओर नेताओं ने रुख कर लिया है. झारखंड की कुल 28 आदिवासी सीटों में से आज 21 पर चुनाव हो रहा है. इन सीटों के लिए खूब खींचतान हुई थी. आदिवासी सीटों को अपने पक्ष में करने के लिए एनडीए भी सक्रिय था, तो महागठबंधन भी पूरी ताकत झोंके हुए था. आदिवासी सीटों पर वैसे तो हर दलों की नजर थी, आगे भी रहेगी. झारखंड की 81 सीटों में से 43 पर आज चुनाव हो रहा है. टिकट बंटवारे को लेकर भी सभी दलों में खींचतान रही. कहा जा सकता है की टिकट लेने के समय उम्मीदवारों ने जितने दावे किए थे.
टिकट दिलवानें वालों की परिपक्वता की होगी परीक्षा
उनकी भी आज पोल पट्टी खुलेगी. टिकट के लिए रिकमेंड करने वाले नेताओं की भी निर्णय कितना सही-कितना गलत, इसका भी पता चल जाएगा. यह बात तो तय है कि दल चाहे कोई भी हो, बिना किसी रिकमेंडेशन के किसी को, किसी दल में टिकट नहीं मिलता है. यह अलग बात है कि सभी दलों के रिकमेंडेशन का तरीका कुछ अलग-अलग होता है. प्रथम चरण के चुनाव में 36 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ रही है. चार सीटों पर आजसू लड़ रही है. जदयू 2 सीटों पर और लोजपा एक सीट पर किस्मत आजमा रही है. तो झामुमो 23 सीटों पर किस्मत आजमाने मैदान में उतरा है. कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. राजद पांच सीटों पर चुनाव लड़ रहा है.
पढ़िए -क्या कहता है पिछले साल का आंकड़ा
इन 43 सीटों पर पिछले चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि जिसे बेहतर प्रदर्शन किया, उसी की सरकार बनी है. अब देखना है कि 2024 के चुनाव में किसका प्रदर्शन बेहतर होता है. इसके साथ ही भाजपा, आजसू , कांग्रेस, झामुमो, राजद सभी दलों में टिकट दिलाने वालों की परिपक्ववता का पता चल जाएगा. कम से कम दल के लोग या प्रत्याशी तो समझ ही जाएंगे की जनता का रुख किसऔर है. 2024 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पाला बदलने का खेल भी कम नहीं हुआ है. रूठने- मनाने का क्रम भी चला. देखना दिलचस्प होगा कि प्रथम चरण की 43 सीट किसका कद बढ़ाती है और किन को कट टू साइज करती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो