दुमका(DUMKA):अयोध्या में राम मंदिर का इतिहास प्राचीन है. दशकों तक राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन के बाद राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रसस्त हुआ. 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होगा, ज्यों ज्यों तिथि निकट आ रही है, रामभक्तों का उत्साह बढ़ता जा रहा है. रामभक्ति का जुनून ऐसा कि 3 रामभक्त पश्चिम बंगाल के नलहटी से उत्तर प्रदेश के अयोध्या की दूरी साईकल से नापने के लिए घर से निकल पड़े.
सभी इस स्वर्णिम पल का गवाह बनने को बेताब दिख रहे हैं
हर कोई इस स्वर्णिम पल का गवाह बनने को बेताब दिख रहे हैं, लोग अपने स्तर से जाने की तैयारी कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के नलहटटी के तीन युवकों को जब ट्रेन में टिकट नहीं मिला तो तीनों ने साइकिल से ही अयोध्या की यात्रा करने का निर्णय लिया. इन युवकों का नाम सुदीप माल, राज माल और नितेश साहनी है.तीनों युवकों के दुमका पहुंचने पर दुमका के रामभक्तों ने पोखरा चौक के समीप इनका भव्य तरीके से स्वागत किया. सम्मान के साथ आगे की यात्रा के लिए विदा किया.
तीनों युवक राम मंदिर के उद्घाटन के बाद भक्ति का एक - एक दीपक जलाएंगे
तीनों युवक राम मंदिर के उद्घाटन के बाद भक्ति का एक - एक दीपक जलाएंगे.इन भक्तों का कहना है कि राम के प्रति असीम श्रद्धा है.वे हमारे आराध्य हैं. भव्य मंदिर का सालों से देशवासियों को इंतजार है. 22 जनवरी को होने वाले उदघाटन समारोह का साक्षी बनने के लिए अयोध्या जाने का ठाना. ट्रेन में रिजर्वेशन का बहुत प्रयास किया, लेकिन सीट ही नहीं मिली.सोचा क्यों न इस ऐतिहासिक पल को यादगार बनाया जाए, इसलिए साइकिल से अयोध्या जाने का कार्यक्रम बनाया. 25 दिसंबर को घर से निकल पड़े. प्रयास है कि 22 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचकर अपनी भक्ति का दीप जलाएं.
रिपोर्ट-पंचम झा