दुमका(DUMKA): दुमका जिला के रामगढ़ थाना के नवाडीह गांव में लोगों ने कानून को हाथ में लिया. ग्रामीणों द्वारा अवैध संबंध के शक में रविवार रात से ही एक महिला और पुरुष को बंधक बना कर रखा गया था. कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार दोपहर बाद पुलिस को ग्रामीणों के चंगुल से महिला पुरुष को मुक्त कराने में सफलता मिली.
गुजरात में महिला के पति के साथ काम करता है साइमन, कुछ दिन पूर्व लौटा था घर
जानकारी के अनुरूप दुमका जिला के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के बेंगडोभा निवासी साइमन मरांडी का अवैध संबंध नवाडीह की एक महिला के साथ होने के संदेह में नावाडीह के ग्रामीणों ने दोनों को रविवार की रात में बंधक बना लिया. दोनों को बिजली के खंभे से बांध कर रखा गया. शुरू से ही युवक ऐसे किसी भी संबंध से इनकार करता रहा. युवक का कहना है कि वह विवाहित है तथा बंधक बनाई गई महिला के पति के साथ गुजरात में काम करता है. कुछ दिन पूर्व ही गुजरात से घर आया था.
पति द्वारा भेजे गए समान देने गया था महिला के पास, ग्रामीणों ने बना लिया बंधक, पंचायत ने सुनाया ₹3 लाख जुर्माना
महिला के पति द्वारा भेजे गए सामान को पहुंचाने के लिये साइमन महिला के घर गया था, जहां ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया. इसके बाद गांव में पंचायत बैठी. पंचायत में पंचों द्वारा उस व्यक्ति पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. तीन लाख रुपये देने में असमर्थता जताने पर ग्रामीणों ने दोनों को यह कहकर ग्राम प्रधान के हवाले कर दिया कि जब तक तीन लाख रुपये नहीं दिए जाएंगे तब तक उन्हें छोड़ नहीं जाएगा. ग्रामीणों का कहना था कि वह व्यक्ति कई दिनों से उस महिला के घर में छुप कर रह रहा था. रविवार की रात में ग्रामीणों ने दोनों को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा लिया. दोनों को बांधकर ग्राम प्रधान के हवाले कर दिया. बंधक बने युवक ने मारपीट का आरोप भी लगाया है.
युवक के परिजनों ने रामगढ़ थाना को जानकारी देकर युवक को मुक्त कराने का किया अनुरोध
इधर जब घटना की जानकारी युवक के परिजनों को मिली तो परिजनों ने रामगढ़ थाना की पुलिस को सूचना देकर बंधक बने युवक को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराने का अनुरोध किया. परिजनों के अनुरोध के बाद सोमवार की रात पुलिस नवाडीह पहुंची लेकिन आक्रोशित ग्रामीण बंधकों को छोड़ने तैयार नहीं हुए. पुलिस खाली हाथ लौट गई.
सोमवार की रात खाली हाथ लौटी थी पुलिस, मंगलवार को एसडीपीओ के नेतृत्व में कई थाना की पुलिस पहुचीं गांव
इसके बाद मंगलवार को जरमुंडी एसडीपीओ संतोष कुमार के नेतृत्व में रामगढ़ सहित आस पास के कई थाना की पुलिस नवाडीह पहुंची. दिन भर की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए गए महिला एवं पुरुष को मुक्त करने में सफलता मिली. पुलिस दोनों को मुक्त कराकर रामगढ़ थाने ले आई है. एसडीपीओ संतोष कुमार ने बंधक को मुक्त करा लेने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी पक्ष द्वारा किसी तरह का लिखित आवेदन नहीं दिया है. आवेदन मिलने पर अग्रेतर कार्यवाई की जाएगी.
रिपोर्ट: पंचम झा