देवघर(DEOGHAR):आश्विन शुक्ल पूर्णिमा जो शरद पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है, वो कल है।इस दिन चांदनी रात में चंद्रमा को खीर का भोग लगाने की परंपरा है.जानकर बताते हैं कि इस रात चंद्रमा अपनी सभी कलाओं के साथ पृथ्वी पर अमृत वर्षा ओस के माध्यम से करती है.घर के छत के ऊपर खीर में जब यह ओस पड़ती है, तो वह खीर अमृत बन जाता है.इस खीर के ग्रहण करने से निरोग काया मिलता है,लेकिन इसी दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है.साल का अंतिम चंद्र ग्रहण कल आश्विन पूर्णिमा को लग रहा है.जानकर की माने तो ग्रहण लगने के कारण चंद्रमा की शक्ति को राहु कम कर देगा जिससे कोई लाभ नही मिलने वाला है.इससे हानि होने की संभावना बढ़ सकती है.
1 घंटा 18 मिनट तक रहेगा प्रभाव,बालक,वृद्ध और रोगी को छोड़कर खाना पीना वर्जित
9 साल बाद शरद पूर्णिमा के दिन कल भारतीय समय अनुसार रात्रि 1 बजकर 5 मिनट से 2 बजकर 23 मिनट तक चंद्र ग्रहण लगेगा.पूर्ण चंद्रग्रहण 1 बजकर 25 मिनट में लगेगा.इस दौरान खाना पीना वर्जित माना जाता है.चंद्र ग्रहण में 8 घंटा पहले से सुतक माना जाता है.कल दिन के लगभग 5 बजे शाम से सुतक काल शुरू हो जाएगा.जानकर की माने तो यह चंद्र ग्रहण मेष,वृष, कन्या,मीन और सिंह राशि वालों को कठिनाई वाला रहेगा.इसके प्रभाव से बचने के लिए इस राशि वाले अपने इष्टदेव की कामना करते रहने की बात की जा रही है.इस दौरान बालक,वृद्ध और रोगी पर ग्रहण का कोई प्रभाव नही पड़ने वाला है जबकि इस ग्रहण को देखने वालों को इसके समाप्ति पर तुरंत स्नान करने की बात जानकर बता रहे हैं.
शरद पूर्णिमा के दिन लक्ष्मी पूजा होती है
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन लक्ष्मी मा की पूजा की जाती है.खीर का भोग लगाया जाता है.यही खीर का सेवन करने के लिए लोग अपनी छतों पर रखते हैं.बताया जाता है कि इस रात चंद्रमा कक ओस अमृत समान होता है.जो इस खीर में पड़कर अमृतफल देता है,लेकिन चंद्र ग्रहण के कारण घर मे बना खीर को छत पर रखने की सलाह जानकार नही दे रहे हैं.
कल लगेगा साल का अंतिम चंद्र ग्रहण,रात्रि 1.05 से 2.23 तक का है समय
अगर आपको खीर रखना है तो सुतक काल से पहले दूध में कुश रख दे और मोक्ष के बाद स्नान कर खीर बना कर अपने आंगन या घर के छत पर रख दे.ध्यान रखें गर्भवती महिला ग्रहण काल के दौरान पवत पर हाथ आदि का स्पर्श करने से परहेज करें.जबतक सुतक काल या ग्रहण है तब तक जाप करने की सलाह दी जा रही है.वही देवघर के बाबा मंदिर में सुतक काल से के बाद भी बाबा का श्रृंगार पूजा होगा,क्योंकि कल रात्रि 1 बजे के बाद चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा.
रिपोर्ट- ऋतराज सिन्हा