धनबाद(DHANBAD): कुख्यात प्रिंस खान गिरोह के खिलाफ पुलिस की दबिश जारी है. गिरोह का फंड मैनेजमेंट संभालने वाले विशाल नंदी और उसकी मदद करने वाले साइबर कैफे संचालक अरशद को पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया. इधर, विशाल नंदी की निशानदेही पर पुलिस ने प्रिंस खान की मां के नाम पर एक लाख साठ हजार रुपए लेने वाले वासेपुर भूली मोड़ के जेवर दुकानदार को पुलिस उठाकर पूछताछ कर रही है.
जौहरी ने पुलिस को क्या बताया
जौहरी ने पुलिस को बताया है कि प्रिंस खान की मां ने उसे जेवर लिए थे. इसी के बकाए के रूप में उन्होंने राशि ली है. विशाल ने पुलिस को बताया है कि अक्टूबर में सिटी स्कूल के पास, बेकार बांध मंदिर के पास और बैंक मोड़ से श्रीराम प्लाजा के पास कई बार उसे अनजान व्यक्ति प्रिंस के कहने पर दो-दो लाख रुपए दिए थे. इन रुपयों में से उसने जेवर हाउस के मालिक को फूफी कोड बताने पर दो बार 80, 80 हजार रुपए दिए. पुलिस के अनुसार फूफी का मतलब प्रिंस खान की मां से है. इसके अलावे भी रुपए दिए गए हैं.
हर 15 दिनों पर धनबाद में अपराधिक घटनाओं की समीक्षा करने का निर्देश
इधर, डीजीपी ने मंगलवार को धनबाद के एसएसपी और बोकारो के डीआईजी को मुख्यालय बुलाया था. डीजीपी ने धनबाद में सक्रिय संगठित अपराध करने वाले गैंग के खिलाफ अब तक की गई कार्रवाइयों की जानकारी ली. संगठित गिरोह के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया. यह भी कहा कि इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल की जरूरत होगी तो मुख्यालय से उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही डीजीपी ने डीआईजी को हर 15 दिनों पर धनबाद में अपराधिक घटनाओं की समीक्षा करने का निर्देश दिया है. अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में किसी स्तर पर कोई कोताही न की जाए ,जरूरत पड़ी तो फरार अपराधियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ इनाम घोषित करने का डीजीपी ने प्रस्ताव मांगा है. हो सकता है कि कुछ फरार अपराधियों के खिलाफ इनाम के लिए धनबाद पुलिस मुख्यालय को लिखें.बहरहाल पुलिस का एक्शन तेज है और गैंग्स को सहयोग करने वाले पकड़े जा रहे है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो