Dumka: दुमका में विगत 2 वर्षों से कोल डंपिंग यार्ड का मुद्दा समय समय पर गरमाता रहता है. अब बात वोट बहिष्कार तक पहुच गया है. बुधवार को दुमका प्रखंड के रानीडिंडा के जंगल में 3 गांव के ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में बागडूबी, रानीडिंडा और कुरुवा के सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. ग्रामीणों ने एक स्वर से कुरुवा में प्रस्तावित कोल डंपिंग यार्ड के निर्माण की योजना पर विरोध जताया. ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में भी ग्रामीणों द्वारा बैठक कर इस पर विरोध दर्ज किया जा चुका है. फिलहाल रेलवे ट्रैक बिछाने का काम किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी बस एक ही मांग है कि यहां कोल डंपिंग यार्ड ना बने. इस बाबत सरकार से यह मांग है की सरकार लिखित रूप में ग्रामीणों को यह दे कि भविष्य में कोल डंपिंग यार्ड का निर्माण नहीं किया जाएगा. ग्रामीणों ने कहा कि अगर मांग पूरी नहीं होती है तो ग्रामीण आगामी लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे.
विरोध के बाबजूद ढाई वर्ष पूर्व दुमका रेलवे स्टेशन परिसर में शुरू किया गया कोल डंपिंग यार्ड
दरअसल लगभग ढाई वर्ष पूर्व आम लोगों के विरोध के बाबजूद दुमका रेलवे स्टेशन परिसर में कोल डंपिंग यार्ड की शुरुवात की गई. पाकुड़ से सड़क मार्ग से कोयला दुमका रेलवे स्टेशन परिसर में डंप होता है और यहां से गुड्स ट्रैन से देश के अन्य हिस्सों में भेजा जाता है. डंपिंग यार्ड शुरू होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रसिकपुर और आस पास के लोग प्रदूषण से परेशान हैं तो पाकुड़ - दुमका मुख्य मार्ग पर बेलगाम दौड़ती कोयला लोड ट्रक से आये दिन दुर्घटना होती है और लोगों की जान जा रही है.
कोल डंपिंग यार्ड के दुष्परिणाम को देखते हुए लगातार हो रहा है विरोध
यह सही है कि कोल डंपिंग यार्ड शुरू होने से चंद लोगों को रोजगार मिला लेकिन इसके दुष्परिणाम को देखते हुए रसिकपुर और आस पास के लोग डंपिंग यार्ड को सघन अधिवास से दूर शिफ्ट करने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चला रहे है. इस सबके बीच दुमका रेलवे स्टेशन से सटे कुरुवा में रेलवे की जमीन पर कार्य शुरू किया गया. कहा जा रहा है कि दुमका रेलवे स्टेशन परिसर स्थित कोल डंपिंग यार्ड का विस्तारीकरण होना है, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि कुरुवा में डंपिंग यार्ड को शिफ्ट करने की योजना है. आधिकारिक रूप से इस बाबत जानकारी नहीं दी गयी है, लेकिन कुरुवा में निर्माण कार्य शुरू होते ही कुरुवा, रानीडिंडा और बागडूबी के ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. कई बार तीनों गांव के ग्रामीणों ने बैठक कर प्रसासन को अपनी भावना से अवगत करा दिया है. ,अब ग्रामीण सरकार से यह लिखित लेना चाहते है कि भविष्य में कुरुवा में कोल डंपिंग यार्ड ना बने. लिखित नहीं मिलने की स्थिति में वोट बहिष्कार की चेतावनी दी है.
रिपोर्ट: पंचम झा