धनबाद(DHANBAD): फिर आंधी आई, बारिश हुई और बिजली गुल हो गई. शनिवार की शाम को भी यही हुआ. आंधी के बाद जो बिजली गुल हुई ,वह 6 घंटे के बाद लौटी. इधर, शनिवार को बाघमारा के खरखरी में बिजली बहाल करने को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गई .मधुबन थाने पर पथराव किया गया. हवा में गोलियां चलाई गई .इस झड़प के बाद पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. दरअसल, शुक्रवार की देर शाम खरखरी बस्ती सहित आसपास के इलाके की बिजली बहाल नहीं होने से नाराज स्थानीय ग्रामीणों ने खरखरी पहुंचकर बिजली आपूर्ति ठप कर दिया और प्रदर्शन किया. इससे दर्जनों गांव की बिजली प्रभावित हो गई. शुक्रवार को भी ग्रामीणों में मारपीट हुई थी. लेकिन उसके बाद शनिवार को तो पुलिस के सामने ही पत्थरबाजी मारपीट की गई,फायरिंग की गई. हालांकि, इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया है .मधुबन थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. ग्रामीण एसपी ने ग्रामीणों को भरोसा दिया है कि इस तरह हंगामा करने वाले लोगों को किसी भी हालत में नहीं छोड़ा जाएगा.पुलिस चिन्हित लोगों के ठिकाने पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है.
24 घंटे में 16-16 घंटे कट रही बिजली
इधर, बिजली संकट से धनबाद के उद्योगपति भी परेशान हैं. इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर धनबाद की बिगड़ी बिजली व्यवस्था की ओर ध्यान खींचा है. उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से 24 घंटे में 16-16 घंटे बिजली कट रही है. ऐसे में उद्योग चलाना मुश्किल हो गया है. यही हाल रहा तो धनबाद के उद्यमी यहां से बाहर जाने को मजबूर होंगे. उन्होंने कहा है कि बिजली विभाग के अधिकारी डीवीसी पर ठीकरा फोड़ कर स्वयं जिम्मेवारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं .अंडरग्राउंड केबल बिछाया गया लेकिन उसका आखिर हुआ क्या.
इधर ,धनबाद की विधायक राज सिन्हा ने कहा है कि धनबाद की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. शनिवार को बिजली महाप्रबंधक से मिलकर विधायक ने चेतावनी दी कि अगर बिजली की हालत नहीं सुधरी तो आचार संहिता समाप्त होने के बाद आंदोलन किया जाएगा.