टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : गढ़वा के इस अनोखी शादी की कहानी को सुन आपको फिल्म विवाह की याद आ जाएगी जैसा विवाह फिल्म में देखा गया था कि कैसे दूल्हा अपने दुल्हन से हॉस्पिटल में ही शादी कर लेता है. खराब परिस्थिति होने के बावजूद शादी नहीं टूटती और ना ही दूल्हा शादी करने से इनकार करता है. कुछ ऐसा ही गढ़वा में भी देखने को मिला बस फर्क इतना है कि इस कहानी में लड़की हर परिस्थिति को स्वीकार कर शादी करने से मुकरती नहीं है. शादी को देख हर कोई हैरान रह जाता है. जहां मंडप पर ही दूल्हा एम्बुलेंस पर बैठकर आता है और फिर दोनों सभी नियमों के साथ शादी करते हैं. सबसे पहले तो आपके मन में यही सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ऐसी नौबत ही क्यों आई कि दूल्हे को स्ट्रेचर से मंडप तक आना पड़ा और इस शादी में ऐसी खास बात क्या है जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है.
जानिए क्या है वजह
दरअसल गढ़वा में एक शादी देखने को मिली जहां बारात गाड़ी से नहीं बल्कि एम्बुलेंस में आता है. शादी की सारी तिथि भी तय हो जाती है, और तिथि के अनुसार तैयारी भी पूरी हो जाती है. मगर अचानक शादी से एक दिन पहले दूल्हे का एक्सीडेंट हो जाता है. खुशियों का माहौल गम में तब्दील हो जाता है. बताया जा रहा है कि शादी से संबंधित खरीदारी के लिए दूल्हा खुद से गाड़ी चलाकर गढ़वा की ओर निकलता है. जिस दौरान गांव से गढ़वा की ओर जाने के वक्त रास्ते में लड़के की गाड़ी से जाकर पेड़ से टकरा जाती है. टक्कर इतनी जोरदार होती है कि गाड़ी के पचड़े उड़ जाते हैं. मगर कहते हैं ना कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोई. इतने भयानक एक्सीडेंट के बावजूद दूल्हे की जान बच जाती है. लेकिन उसे कई चोटें आई. दूल्हे का पैर फ्रैक्चर भी हो जाता है.
चारपाई पर पहुँच दूल्हा
वही जब दूल्हा डॉक्टर के पास पहुंचता है तो, डॉक्टर ने रॉड का सपोर्ट लेकर कच्चा प्लास्टर का ऑपरेशन करने की सलाह दे डाली. लेकिन अगले ही दिन तिलक भी था. ऐसे में परिवार वालों ने चाहा तो जरूर कि शादी की तारीख आगे हो जाए मगर कुछ नियम के अनुसार इसे आगे नहीं कराया जा सका. फिर क्या ऐसी परिस्थितियों के बावजूद शादी से मुकर ने के बजाय दुल्हन ने खुशी-खुशी इन सारी बातों को अपनाया और उसी तिथि के अनुसार दूल्हे से शादी भी की.
हर कोई रह गया दंग
शादी के मंडप तक पहुंचाने के लिए दूल्हे को चारपाई का इस्तेमाल किया गया. जहां उसके पैर को सीधा रख बैठाकर किसी तरह मंडप तक लाया गया. वहीं 2 दिन बाद फिर शादी भी थी और ऐसे ही शादी में भी दूल्हा गाड़ी के बजाय एंबुलेंस में आया. इतनी तकलीफ होने के बावजूद,दर्द से बेजार दूल्हे ने हर एक नियम निभाए और दुल्हन ने भी उसका खूब साथ दिया. दोनों ने एक दूसरे से शादी भी की. शादी को देख वहां सभी दंग रह गए है. इतनी खराब परिस्थितियों के बावजूद ना दूल्हा पीछे हटा और ना दुल्हन. शादी को देख अब हर कोई यही कह रहा है कि ‘एक विवाह ऐसा भी’. जिसने भी इस शादी के बारे में सुना उसके दिमाग में फिल्म विवाह का ख्याल जरूर आया क्योंकि अक्सर हमें ऐसा बस फिल्मों में ही देखने को मिलता है असल जिंदगी में काफी कम लोग ऐसे होते हैं जो ऐसी परिस्थिति में भी शादी करें और खुशी-खुशी एक दूसरे को अपनाएं.