रांची(RANCHI): नयी नियोजन नीति को लेकर विपक्ष के हंगामें के बाद सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हो गयी है. शोर-शराबे के बीच सदस्यों को आश्वस्त करते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है कि सरकार इस मुद्दे पर 13 मार्च को अपनी बात रखेगी.
यहां बता दे कि इसके पहले भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सरकार को घेरते हुए कहा था कि नयी नियोजन नीति को लेकर पूरे राज्य में संशय की स्थिति है, लोग कंफ्यूज हैं, अखबारों के माध्यम से कुछ-कुछ जानकारियां निकल कर सामने आ रही है. लेकिन इससे संशय दूर होने के बजाय और बढ़ रहा है.
विपक्ष को मिला था लोबिन हेम्ब्रम का साथ
यहां यह भी बता दें कि विपक्ष की आलोचनाओं को अपना स्वर प्रदान करते हुए झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने भी सरकार के विरुद्ध अपना मोर्चा खोल दिया था, लोबिन हेम्ब्रम ने कहा था कि जब राज्य में विधानसभा का सत्र चल रहा है, तब सरकार के द्वारा कैबिनेट की बैठक कर नियोजन नीति जैसे महत्वपूर्ण निर्णय पर अपनी मुहर लगाना सदन का अपमान है.
इस बीच भाजपा विधायक नीलकंठ ने यह सवाल भी उठाया था कि सरकार को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि 1932 के खतियान का क्या हुआ.
हंगामे के बाद सामने आये मंत्री आलमगीर आलम
विपक्ष के द्वारा मचाये जा रहे शोर शराबे के बाद आखिरकार मंत्री आलमगीर आलम सामने आये और विपक्ष के सदस्यों से शांति की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ सदस्यों के द्वारा यह मामला उठाया जा रहा है कि सदन के सत्र के बीच सरकार ने नयी नियोजन नीति पर अपनी मुहर लगा दी है, जबकि सदन को इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गयी है. हम सरकार की ओर से उन सदस्यों को आश्वस्त करते हैं कि 13 मार्च को सदन के अन्दर इस पर चर्चा होगी और सदस्यों की सारी चिंताओं को दूर किया जायेगा. नयी नियोजन नीति की सारी जानकारियां उनके समक्ष साझा की जायेगी.