धनबाद(DHANBAD): झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का परिणाम आने के बाद पहली बार झरिया में दबंगई का नंगा नाच हुआ. विधायक रागिनी सिंह और पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के समर्थक भिड़ गए. यह भिड़ंत भी ऐसी हुई कि कम से कम दो दर्जन राउंड फायरिंग की गई. यह फायरिंग भी पुलिस की मौजूदगी में हुई और पुलिस खोखा दिखाती रह गई. दरअसल, लो दना क्षेत्र के कुजाम लोडिंग पॉइंट पर मैन्युअल लोडिंग चालू करने को लेकर मंगलवार को झरिया विधायक रागिनी सिंह और पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के समर्थक टकरा गए. जनता श्रमिक संघ का नेतृत्व विधायक रागिनी सिंह करती हैं. जबकि जनता मजदूर संघ( बच्चा गुट) पूर्णिमा नीरज सिंह का संगठन है. परियोजना के दूसरी छोर से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई. 23 से 24 राउंड फायरिंग करने की सूचना है. पुलिस ने 13 से अधिक खोखा बरामद किया है. फायरिंग के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल और सीआईएसएफ के जवान पहुंचकर दोनों गुटों को खदेड़ दिया. पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया. फायरिंग किस गुट ने की है, पुलिस इसकी जांच कर रही है.
लोडिंग पॉइंट पर फायरिंग
जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) पिछले 8 दिनों से कुजामा चेक पोस्ट जाम कर आंदोलन कर रहा था. यूनियन के समर्थक लोडिंग पॉइंट में ट्रक को घुसने नहीं दे रहे थे. मंगलवार को जनता श्रमिक संघ का धैर्य टूट गया और जनता श्रमिक संघ के बैनर लेकर श्रमिक पहुंचे. इसी दौरान दो ट्रक भी आए. जिन्हें जनता श्रमिक संघ के मजदूरों ने लोड किया. ट्रक के निकलते ही बवाल मच गया और दोनों तरफ से नारेबाजी होने लगी. इसी दौरान परियोजना की दूसरी छोर से ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी. इसके बाद तो भगदड़ मच गई. पुलिस जब पूरी तैयारी के साथ पहुंची तो फायरिंग करने वाले भाग गए.
चुनाव के बाद कोयलांचल में वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर तेज
जानकारी के अनुसार इस मामले में तीन मुकदमे दर्ज करने की तैयारी चल रही है. जनता श्रमिक संघ की ओर से भी शिकायत की गई है. तो जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) की ओर से भी शिकायत की गई है .फायरिंग की घटना घनूडीह ओपी क्षेत्र में हुई है. इसलिए पुलिस भी केस कर सकती है. जो भी हो लेकिन चुनाव के बाद कोयलांचल में वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है. लोयाबाद में सोमवार की रात भी वर्चस्व को लेकर फायरिंग की घटना हुई थी. इस मामले में भी पुलिस मुकदमा दर्ज कर छानबीन कर रही है. यह अलग बात है कि धनबाद जिले से जीते सभी विधायक कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के नाम पर चुनाव जीते. लेकिन अब एक बार फिर दबंगई शुरू हो गई है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो