देवघर(DEOGHAR):आगामी माह 4 तारीख से देवघर में लगने वाला श्रावणी मेला विद्युत विभाग के लिए बहुत चुनौती भरा रहने वाला है. मलमास लगने की वजह से इस साल दो चरण में श्रावणी मेला का आयोजन होगा. दो माह तक विद्युत आपूर्ति चौबीसों घंटा बहाल रखने के लिए विभाग की ओर से जोर-शोर से तैयारी की जा रही है.
बिजली से ही सब कुछ
झारखंड बिहार के बॉर्डर दुम्मा, खोरीपानन, दर्दमारा के रास्ते से लेकर पूरे शहरी क्षेत्र की रौनक श्रावणी मेला के दौरान बदल जाती है. लगभग 22 किलोमीटर का क्षेत्र रात में जगमग हो जाता है. रात में दिन जैसा उजाला विद्युत विभाग के कंधों पर रहता है. इसके लिए पूरे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति के लिए तारों का जाल बिछाया जाता है. 24 घंटे बाबा मंदिर सहित पूरा मेला क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर विद्युत कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाती है. नंगा तार,अवरुद्ध विद्युत आपूर्ति पर लगातार नजर रखनी पड़ती है.
बड़ी संख्या में अभियंता, कर्मी और मिस्त्री की प्रतिनियुक्ति
करंट न लगने या विद्युत से कोई अप्रिय घटना न घटित हो इसके लिए लगातार निगरानी की जाती है. इस बार दो महीने तक श्रावणी मेला लगेगा. ऐसे में विद्युत विभाग को इस बार काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. इसके लिए बड़ी संख्या में अभियंता, कर्मी और मिस्त्री की प्रतिनियुक्ति की जाएगी.
मेंटेनेंस शुरू,काटी जा रही है बिजली
श्रावणी मेला को लेकर विद्युत विभाग की ओर से मेंटेनेंस का काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए प्रतिदिन क्षेत्र के अनुसार बिजली को काटी जा रही है. एक तो भीषण गर्मी और दूसरी तरफ मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटने से लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा