धनबाद(DHANBAD): लीजिए!! जिसकी आशंका थी, वही सब शुरू हो गया है. बीसीसीएल के एरिया 12 के जनता मजदूर संघ, कुंती गुट के 176 मजदूरों ने इस्तीफा दे दिया है. क्षेत्रीय सचिव को हटाए जाने से यह मजदूर नाराज थे. सभी मजदूरों ने रागिनी सिंह के नेतृत्व वाली जनता श्रमिक संघ की सदस्यता ग्रहण कर ली है. मतलब अब "आया राम गया राम" का सिलसिला शुरू हो गया है. जनता श्रमिक संघ का गठन हुआ था, उसी समय से कयास लगाए जा रहे थे कि इसका असर जनता मजदूर संघ, कुंती गुट पर पड़ेगा और अब पड़ना शुरू हो गया है.
तीन गुटों में काम कर रही यूनियन
सूर्यदेव सिंह गठित जनता मजदूर संघ फिलहाल तीन गुटों में काम कर रहा है. एक गुट जनता मजदूर संघ(बच्चा) है तो दूसरा कुंती गुट है. तीसरा नवगठित जनता श्रमिक संघ है. यह सिंह मेन्शन के लोगों द्वारा ही चलाया जा रहा है. अप्रैल महीने में जब इसकी घोषणा हुई तो कहा जाने लगा था कि इसका असर कोयलांचल की मजदूर राजनीति पड़ेगा. जनता मजदूर संघ कुंती गुट के असंतुष्ट लोग जनता श्रमिक संघ का दामन थामेंगे और यह सिलसिला एरिया 12 से शुरू हो गया है. जनता श्रमिक संघ कुंती गुट की बागडोर फिलहाल सूर्यदेव सिंह के छोटे बेटे सिद्धार्थ गौतम के पास है.
संजीव सिंह अभी है जेल में
अपने चचेरे भाई नीरज सिंह हत्याकांड में साजिश रचने के आरोप में जेल गए संजीव सिंह अभी भी जेल में ही है. उनके जेल जाने से श्रमिक संगठन पर पकड़ ढीली पड़ गई. नतीजा हुआ कि संजीव सिंह के लोगों को एक-एक कर किनारा किया जाने लगा. संजीव सिंह ने एक नया रास्ता तैयार किया और अपने समर्थकों के साथ मिलकर जनता श्रमिक संघ की घोषणा कर दी. फिलहाल जनता श्रमिक संघ की बागडोर संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह के पास है. देखना है कि आगे इसमें और क्या क्या होते है. इस्तीफा देकर जनता श्रमिक संघ में शामिल होने का सिलसिला बढ़ता है या फिर रुक जाता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो