धनबाद(DHANBAD): धनबाद में अपराध की घटनाएं अब राजनीतिक दलों की सेहत बिगाड़ने लगी है. . अभी तक राजनीतिक दल अछूते थे. लोग ही परेशान थे. कारोबारी सुरक्षा के लिए "चिरौरी" कर रहे थे लेकिन अब डायरेक्ट प्रभाव राजनितिक दलों पर पड़ना शुरू हो गया है. बुधवार को कारोबारी बंदी थी. हालांकि जिले के बड़े अधिकारियों के आश्वासन पर कारोबारी बंदी को वापस ले ली गई. . लेकिन इसी बीच धनबाद जिला भाजपा में एक "स्तंभ" ने इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने वाले 1977 से भाजपा से जुड़े हुए थे. भाजपा जिला कार्य समिति के सदस्य एवं पार्टी के प्रारंभिक सदस्यता से कृष्णा अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है. कृष्णा अग्रवाल धनबाद जिला मारवाड़ी महासम्मेलन के निर्वाचित अध्यक्ष भी है. उन्होंने भाजपा जिला समिति पर गंभीर आरोप भी लगाए है.
फेसबुक पेज पर इस्तीफा का किया है पोस्ट
उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर गुरुवार को सुबह-सुबह एक पोस्ट डाला. इसके बाद तो यह चर्चा जोरो से फैली, वैसे बुधवार की रात ही इसकी चर्चा थी लेकिन The Newspost ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो उनके दोनों मोबाइल बंद मिले. धनबाद के भाजपा जिला अध्यक्ष को लिखे अपने इस्तीफा पत्र में कृष्णा अग्रवाल ने कहा है कि मैं भारतीय जनता पार्टी में जिला कार्यसमिति के सदस्य एवं पार्टी के प्रारंभिक सदस्यता से अत्यंत कष्ट और पीड़ा के साथ अपना इस्तीफा दे रहा हू , साथ ही बर्तमान समय मे आप संगठन के नेतृत्वकर्ता है, आपको विश्वास दिलाता हूँ कि मैं पार्टी का एक साधारण समर्थक के रूप में संगठन एवं अपने जनप्रतिनिधियों को समय -समय पर अपनी भावनाओं एवं विचारों अवगत भी कराता रहूँगा. पार्टी के सदस्य के रूप में मैं अपनी बात या विचार खुले रूप से बोलने को स्वतंत्र नही हूँ और न ही पार्टी प्रोटोकॉल इसकी इजाजत देती है.
1997 में विजय कुमार झा जी के नेतृत्व में सदस्यता ग्रहण की थी
भारतीय जनता पार्टी में एक साधारण सदस्य के रूप में 1997 में विजय कुमार झा जी के नेतृत्व में सदस्यता ग्रहण की थी. सदस्यता ग्रहण के बाद मैं संगठन में बूथ से लेकर जिला एवं राज्य स्तर तक मे कई अलग अलग जिम्मेवारीयों का सफलता पूर्वक निर्वाहन किया. पिछले दो लोकसभा चुनाव 2014 एवं 2019 और पिछले कई विधानसभा चुनाव 1999,2004,2009,2014 में मुझे पूरा झरिया विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों के कुल 266 बूथों की जिम्मवारी दी जाती रही. मैंने अपने पूरे विवेक,निष्ठा ओर मिहनत से सफलता पूर्वक चुनावी कार्यो का निष्पादन किया. जिसकी पुष्टि सांसद एवं झरिया के सभी पूर्व विधायकों से की जा सकती है. अध्यक्ष जी, आज जो अपने धनबाद जिले में भय,आतंक एवं अराजक का माहौल है, उसमे अपने संगठन एवं अपने जनप्रतिनिधियों की रहस्यमय चुप्पी,उनकी भूमिका काफी संदेहास्पद एवं चिंतनीय है.
भाजपा के वोटरों को खुलेआम धमकाया जा रहा ,पार्टी चुप है
खुलेआम अपने वोटरों के साथ पिटाई की जाती है,रंगदारी मांगी जा रही है,खुलेआम धमकियाँ जी जाती है ओर नही देने पर गोलियाँ भी चलाई जाती है. शासन- प्रशासन पूरी तरह विफल है ओर विपक्ष में रहते हुए संगठन अपनी जिम्मेदारियों के निष्पादन करने में पूरी तरह फ़ेल है. ऐसे में मैं काफी घुटन एवं शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूँ , जबकि सच्चाई यह है की पिछले तीन दशक से लगातार धनबाद के लोगो का आशीर्वाद बीजेपी को मिलता रहा है. किंतु धनबाद की जनता को भय मुक्त माहौल देने में पार्टी को जिस तरह का आंदोलन एवं धारदार विपक्ष की भूमिका निभानी थी, वो आश्चर्यजनक रूप से नही हो पाई. जिसके कारण हर स्तर पर आज पार्टी की किरकिरी हो रही है. आपसे आग्रह है मेरा इस्तीफा स्वीकार कर मेरे मन- मस्तिष्क का बोझ कम करने का कृपा करेंगे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो