देवघर(DEOGHAR): आज श्रावण मास की चौथी सोमवारी है. मास,तिथि,दिन और नक्षत्र के दृष्टिकोण से आज शुभ संयोग माना जा रहा है. जानकारों के अनुसार शुक्ल पक्ष में चंद्रमा का प्रभाव बढ़ जाता है. सोमवार चंद्रमा का दिन माना जाता है,ऐसे में आज की सोमवारी इस वर्ष सावन की जितनी भी सोमवारी है उसमें अति सर्वश्रेष्ठ माना जा रहा है. आज की सोमवारी में *स* का दुर्लभ संयोग है. आज सावन मास,सोमवार, स्वाति नक्षत्र और शुभ संयोग है.
आज की सोमवारी और सफेद रंग की विशेषता
इस वर्ष सावन के पावन माह में पांच सोमवारी पड़ा है. सभी सोमवारी की बात करें तो सबसे सर्वश्रेष्ठ चौथी यानी आज की सोमवारी को माना जाता है. बाबाधाम के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित पंडित दुर्लभ मिश्रा की माने तो भगवान शिव का सबसे प्रिय दिन सोमवार है. ये बताते हैं कि सोमवार को ही शिव जी का आविर्भाव हुआ था और गंगा मईया का भी आविर्भाव सोमवार को हुआ था. यही कारण है कि सावन में सोमवार दिन का महत्व काफी विशेष होता है.
दुर्लभ मिश्रा के अनुसार आज चौथी सोमवारी के दिन सफेद रंग का सुता या वस्त्र,सफेद जनेऊ भगवान शिव को चढ़ाए इसके अलावा गाय का घी, दूध,दही से जलाभिषेक करे और सफेद धतूरा का फूल, सफेद आंक या अकवन का फूल और सफेद दुर्वा यानी दुभी शिवालय, शिवलिंग या नर्मदेश्वर महादेव पर चढ़ाने से दीर्घायु के अलावा जीवन में सदा खुश रहेंगे.पूजा अर्चना के बाद ब्राह्मण को सुता या वस्त्र सहित दक्षिणा दान करने से पुण्य मिलता है. अगर सफेद दुर्वा नहीं मिलता है तो भगवान शिव को गंगाजल, दूध, घी, दही, धतूरा, अकवन और सुता अर्पित करने से भी जीवन में अत्यधिक खुशहाली आ जायेगी.
सावन के चौथी सोमवारी को समुंद्र मंथन से पारिजात वृक्ष की प्राप्ति हुई थी
सावन माह में समुंद्र मंथन हुआ था जिसमे कई रत्नों की प्राप्ति हुई थी. चौथी सोमवारी को समुंद्र मंथन से पारिजात वृक्ष की प्राप्ति हुई थी. पारिजात वृक्ष को लक्ष्मी का द्योतक कहा जाता है. दैत्यों ने इस वृक्ष की महत्ता को नही पहचाना तो इंद्र ने पारिजात वृक्ष को पृथ्वी के रास्ते स्वर्ग ले गए. जानकर बताते हैं कि पारिजात वृक्ष का एक पुष्प चढ़ाने से 11 कोटि बेलपत्र चढ़ाने के बराबर होता है. एक कोटि का मतलब एक करोड़ होता है.
कतारवर्द्ध तरीके से सुलभ और सुरक्षित जलार्पण हो रहा है
सावन की चौथी सोमवारी को तिथि, दिन, मास, नक्षत्र के उत्तम संयोग के कारण आज की सोमवारी का ख़ास महत्व माना जा रहा है. देवघर के बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है. कल देर रात से ही कतार मंदिर परिसर से 12 किलोमीटर लंबी लग गई थी. खुद डीसी विशाल सागर सभी गतिबिधियों की मॉनिटरिंग कर रहे है. सुलभ और सुरक्षित जलार्पण होने से पूरा वातावरण श्रद्धालुओं के बोलबम और हरहर महादेव के नारों से गूंज रहा है. जिला प्रशासन के अनुसार आज ढाई से तीन लाख श्रद्धालु बाबा का जलार्पण कर सकते हैं.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा