धनबाद(DHANBAD) : हवलदार की हत्या कर सजायाफ्ता कैदी शाहिद अंसारी दिल्ली भाग गया था. उसे दिल्ली भगाने में किसने-किसने सहयोग किया, वह अब पुलिस के रडार पर है. दिल्ली से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही झारखंड पुलिस को एक बड़ी राहत मिली है. वह धनबाद के चासनाला का रहने वाला है. हजारीबाग अस्पताल के कैदी वार्ड में हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या कर वह फरार हो गया था. वह 11 अगस्त की रात अस्पताल के कैदी वार्ड की सुरक्षा में तैनात हवलदार पर स्लाइन चढ़ाने वाले लोहे के स्टैंड से हमला किया था.
बाद में स्लाइन की पाइप से ही हवलदार का गला घोंट दिया था. इस मामले के खुलासे के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार एसआईटी धनबाद, गिरिडीह समेत विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने जब एक आदमी को हिरासत में लिया और उसके परिजनों के मोबाइल लोकेशन की जांच की तो पता चला कि वह दिल्ली में है. उसके बाद पुलिस को यह सफलता मिली. मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम दिल्ली पहुंची और उसे धर दबोचा. उसके पकड़े जाने के बाद सिर्फ हजारीबाग ही नहीं, धनबाद सहित पुलिस मुख्यालय के अधिकारी भी राहत की सांस लिए है.
शाहिद अंसारी के बारे में बताया जाता है कि वह हार्डकोर अपराधी रहा है. उसने 15 अगस्त 2017 को पाथरडीह की छात्रा से गैंगरेप किया था. साक्ष्य मिटाने के लिए शाहिद अंसारी ने छात्रा की हत्या करने का भी प्रयास किया था. इस मामले में उसे 20 साल की सजा हुई थी. इसके अलावा शाहिद अंसारी ने पड़ोस में रहने वाले सेवानिवृत्त सेल कर्मी की पत्नी की हत्या कर दी थी. वह अपने साथी के साथ लूट की मंशा से घर में घुसा था, लेकिन महिला ने उसे पहचान लिया. उसके बाद दोनों ने मिलकर गला दबाकर महिला की हत्या कर दी थी. इस मामले में उसे उम्र कैद की सजा हुई थी. शाहिद अंसारी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसे भगाने में किस-किस ने उसकी मदद की थी. उसे भगाने वालों के खिलाफ अलग से प्राथमिक दर्ज कर कार्रवाई की तैयारी है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो