जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): जमशेदपुर की लाइफ लाइन मानी जानेवाली स्वर्णरेखा और खरकाई नदी खतरे में है. जहां नदी पूरी तरह से नाले में तब्दील हो गई है. तो वहीं दूसरी तरफ नदी में बचा पानी पूरी तरह से झाग में तब्दील होता जा रहा है. शहर के बड़े बड़े नाले और कंपनियों के नाले सीधे नदियों में गिराए जा रहे हैं. जिसकी वजह से नदी का पानी जहरीला और झाग में तब्दील हो गया है.
झाग में तब्दील हुआ स्वर्णरेखा और खरकाई नदी का पानी
इसकी वजह से नदियों में हजारों मछलियां मरकर पानी के उपर तैर रही है. और जो नदियों में बची मछलियां हैं, वो छटपटा रही है. आसपास के बहुत सारे लोग भी इस नदी पर निर्भर है. वो भी काफी परेशान हैं. उन्हें भी अब डर लग रहा है कि उनको भी कोई बीमारी ना हो जाए. क्योंकि आज भी इन दोनों नदियों का पानी पूरे जमशेदपुर के साथ-साथ आसपास के 40 गांव इसका उपयोग करते हैं.
नहीं किया गया प्रयास तो नदी का अस्तित्व खत्म हो जाएगा
स्थानीय लोग और नेता उसे देखने के लिए नदी पहुंच रहे हैं. और सरकार से मांग कर रहे हैं कि जल्दी नदी को बचाने के लिए कोई पहल की जाए. वरना आने वाले दिनों में नदी का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.
रिपोर्ट-रंजीत ओझा