धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल के अग्नि और भू-धसान प्रभावित इलाके में फिलहाल चल रहे साइडिंग की रेल लाइन का डायवर्सन का भविष्य डीजीएमएस अथवा सिंफर की स्टडी रिपोर्ट पर निर्भर करेगा. गुरुवार को धनबाद रेल मंडल कार्यालय में इस संबंध में उच्च स्तरीय बैठक हुई. इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रभावित रेल लाइनों और साइडिंग का सर्वेक्षण किया जाएगा. इसकी जिम्मेवारी डीजी एमएस अथवा सिंफर को मिल सकती है. स्टडी रिपोर्ट से ही यह तय होगा कि कोयलांचल की किन किन रेल लाइन और साइडिंग का डायवर्सन करना जरूरी है.
बैठक में संभावित 13.5 किलोमीटर साइडिंग रेल लाइन पर विस्तार से चर्चा की गई
धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन के भी कई साइडिंग की स्टडी रिपोर्ट में जिक्र होगी. इस बैठक में डीआरएम, उपायुक्त, बीसीसीएल के सीएमडी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. सूत्र बताते हैं कि बैठक में संभावित 13.5 किलोमीटर साइडिंग रेल लाइन पर विस्तार से चर्चा की गई. बता दे कि झरिया पुनर्वास योजना की मियाद एक साल पहले ही खत्म हो गई है. इस बीच कोयला क्षेत्र में लगातार भू धसान की घटनाएं बढ़ रही है. अभी हाल ही में गोंदूडीह में 3 जीवित महिलाएं दफन हो गई थी. इसके पहले भी धसान की घटनाओं में कई लोगों की जाने चली गई थी. धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन को भी बंद कर दिया गया था . इस लाइन पर चलने वाली 126 जोड़ी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था. लेकिन फिर इस रेल लाइन पर कुछ ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. जो भी हो गुरुवर की बैठक में धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन भी चर्चा में थी. डायवर्सन पर भी बातचीत हुई. इस बैठक में जिला प्रशासन, रेल और बीसीसीएल के मुखिया के शामिल होने से उम्मीद की जाती है कि जल्द ही कोई निर्णय लिया जा सकेगा.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो