रांची(RANCHI): झारखंड में स्थानीय नीति और 60/40 नियोजन नीति के खिलाफ छात्रों ने दो दिन झारखंड बंद का आह्वान किया है. छात्रों के बंदी का आज शनिवार को पहला दिन है. लेकिन कहीं भी बंदी का व्यापक तो दूर कोई सामान्य असर भी नहीं देखा गया.
छात्रों का बंद टांय-टांय फिस्स
सामान्य दिनों की तरह सड़क पर वाहनों की कतार लगी रही. बात राजधानी रांची की करें, तो शहर में किसी तरह का कोई छात्रों का जत्था सड़क पर भी नहीं उतरा. रांची के ग्रामीण इलाकों में कुछ देर के लिए सड़क पर टायर जला कर प्रदर्शन किया गया. छात्रों के इस बंदी को बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने सफल होने का दावा किया है.
लोबिन दादा ने बंद सफल होने का किया दावा
लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि झारखंड में बंदी का पूरा असर है. खासकर संथाल का जिक्र करते हुए कहा कि संथाल पूरी तरह से बंद है. अन्य प्रमंडलों से भी बन्दी का पूरा असर देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि छात्रों का यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. हम झारखंड की अस्मिता को बचाने की लड़ाई लड़ रहे है. छात्र अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे है. इस लड़ाई में छात्रों को जीत मिलेगी.
बंदी का व्यापक तो दूर कोई सामान्य असर भी नहीं देखा गया
छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो ने कहा कि बंदी पूरी तरह से सफल है. सुबह से ही राज्य की सड़कों पर छात्रों का समूह बंद कराने निकला था. जिसमें स्थानीय लोगों ने भी समर्थन दिया है. जब तक हमारी मांग पर सरकार विचार नहीं करती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.