धनबाद(DHANBAD): जीटी रोड पर बुधवार को भी रफ्तार का कहर दिखा. पत्नी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि पति गंभीर रूप से घायल हो गया. यह घटना गोविंदपुर थाने के पास टीचर ट्रेनिंग स्कूल के सामने हुई. घटना के बाद लोगों का आक्रोश फूट पड़ा, लोग सड़क जाम कर दी. पुलिस भी पहुंची लेकिन पुलिस भी सीधे हस्तक्षेप करने से बच रही थी. घटनास्थल को बैरिकेडिंग किया गया था. लोगों का आक्रोश चरम पर था. पुलिस लोगों को समझने की कोशिश करती रही, सड़क जाम हटवाने का प्रयास करती रही लेकिन लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. हालांकि घंटे भर के बाद जाम हट गया. लेकिन गोविंदपुर बाजार से लेकर इधर, बरवाअड्डा की तरफ और उधर, निरसा की तरफ जाम की समस्या और बेतरतीब वाहन चालन से लोग अजीज आ गए है. सड़क पर अवैध कट भी है. गाड़ियां गलत दिशा से आती है. इस वजह कोयलांचल में सड़क दुर्घटनाओं की रफ्तार थम नहीं रही है.
कोयलांचल की सड़के "साइलेंट किलर" हो गई हैं
सड़क सुरक्षा सप्ताह की बैठकर होती है ,निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन कुछ किया नहीं जाता. इसी तरह अगर गोविंदपुर से आगे निरसा बाजार की ओर अगर आप बढ़ जाए तो निरसा बाजार चौक, लोग बताते हैं कि हर दूसरे- तीसरे दिन जाम हो जाता है. यहाँ जाम भयंकर लगता है. वाहनों की बात कौन कहे, पैदल भी चलना मुश्किल हो जाता है. कहा जा सकता है कि कोयलांचल की सड़के "साइलेंट किलर" हो गई है. धनबाद में अमूमन प्रति महीने दो दर्जन से अधिक लोगों की जान सड़क दुर्घटना में जाती है. गोविंदपुर से लेकर महुदा तक वाहनों के परिचालन के लिए डिवाइडर भी बनाए गए हैं, लेकिन उन डिवाइडरों पर रिफ्लेक्टर नहीं है. वाहनों के स्पीड नियंत्रण के लिए साइन बोर्ड भी नहीं लगाए गए है. जानकारी के अनुसार गोविंदपुर से महुदा तक सड़क पर 40 की स्पीड निर्धारित है, लेकिन वहां इन सड़कों पर वाहन तेज ढंग से चलते है. पुलिस को वाहनों की रफ्तार जांचने के लिए स्पीडोमीटर मिले थे. लेकिन वह भी अब काम नहीं करते. मतलब सड़क पर भारी वाहनों का "रामराज " चलता है. रात की बात कौन कहे, दिन में ही धनबाद की सड़कों पर "यमराज" घूमते है.
संतोष की रिपोर्ट