टीएनपी डेस्क(TNP DESK): साल दो हजार बाईस अलविदा होने को है, और 2023 आने को है ऐसे में ये जाता हुआ साल बहुत सी ऐसी यादों को हमारे बीच छोड़ कर जा रहा जिसे झारखंड के लोग सदा स्मरण रखेंगे. वैसे तो साल 2022 उतार चढ़ाव वाला रहा लेकिन प्रदेश की आधी आबादी के लिए ये साल दर्दनाक रहा. इस साल महिला हिंसा में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी गई. कई घटनाएं तो ऐसी निकली की दिल दहल जाए. हम सहजता से स्वीकार सकते हैं कि साल 2022 स्त्री हिंसा से सराबोर रहा. साथ ही इस साल ने ये चेतावनी भी दे दी है कि यदि समय रहते नहीं संभाला गया तो परिणाम और भी वीभत्स हो सकता है. बता दें “झारखंड मासिक अपराध रिकॉर्ड” के अनुसार जनवरी से ओक्टूबर तक दहेज की वेदी पर 160 महिलायें चढ़ गई. इसी तरह डायन हत्या की भेंट 27 निर्दोष महिलायें को चढ़ा दिया गया. वहीं सबसे वीभत्स बलात्कार के रिकॉर्ड्स के मामले सबसे अधिक 1376 दर्ज किए गए. ये वो मामले है जो पुलिस की किताब में दर्ज है. वहीं ऐसे कई मामले भी रहे जो पुलिस तक पहुँचने में देरी कर दिए. ये आधिकारिक संख्या महिलाओं की सुरक्षा पर बहुत बड़ा सवाल उठता हुआ बीत गया. वहीं इस साल के नवंबर दिसंबर दिल दहला देने वाली घटनाओं से भरा रहा. इस नवंबर दिसंबर में दो घटनाओं ने प्रमुखता से अखबारों और खबरों की सुर्खिया बनाई वो थी एक नाबालिक को उसके ही फेसबूक फ्रेंड ने बहला कर मिलने बुलाया और धकेल दिया जिस्मफरोशी के दलदल में. निश्चित रूप से ये घटनाए मन को झकझोर कर रख देगी लेकिन इसके कुछ दिन बाद ही पूरा झारखंड समेत भारत दहल गया जब रुबिका पहाड़न की क्षत विक्षत लाश के टुकड़े को सड़क के कुत्ते नोचते हुए पाए गए. ये बेहद दुर्दांत मामला रहा जिसमे बड़ी ही निर्दयता से रुबिक की हत्या उसके ही पति और सास ने मिलकर कर दिया. ये साल महिला हिंसा की घटनाओ से ओत प्रोत रहा.
लव जिहाद से भरा रहा 2022
ये साल जहां स्त्री हिंसा से भरा हुआ रहा वहीं इस आंकड़े में लव जिहाद के मामले ने भी प्रमुखता से अपनी जगह बनाई लगभग एक दर्जन लव जिहाद की घटनाओं ने अपनी जगह बनाई है. हाल ही में हुए साहिबगंज की रेबिका पहाड़िन हत्याकांड से लेकर दुमका की अंकिता सिंह को जिंदा जला डालने और बोकारो में खुद को हिंदू बताकर नकली डीएसपी बनकर नाबालिग लड़की से शादी करने पहुंचे असलम खान से लेकर गढ़वा के अफताब अंसारी द्वारा असली नाम-धर्म छिपाकर एक हिंदू लड़की से शादी रचा लेने जैसी घटनाएं यह सवाल उठा रही हैं. मोबाइल दुकान में जनजातीय लड़की का सद्दाम नाम के व्यक्ति द्वारा रेप और न जाने ऐसे कितने ही मामले जिसमे विशेष धर्म के लोगों द्वारा हिन्दू जनजातीय से लेकर उच्च वर्ग की लड़कियों को निशाना बनाया गया ये घटनाएं गवाह है कि झारखंड में इस साल लव जिहाद का मामला अपनी शिखर पर था. अब बड़ा सवाल ये उठता है की क्या कि क्या इन सबके पीछे सुनियोजित साजिश है? बता दें झारखंड के कई इलाके ऐसे हैं, जहां बांग्लादेशी घुसपैठियों के चलते डेमोग्राफी में आ रहे बदलाव को भी ऐसी घटनाओं की वजह के तौर पर देखा जा रहा है. विवादों का साहेबगंज अभी अवैध खनन के मामले में सुर्खियों पर बना ही हुआथा की तभी रुबिक की दर्दनाक हत्या और उसके बाद इसी जिले के मिर्जा चौकी थाना इलाके में आदिम जनजाति की एक युवती को ब्लैकमेल कर उसका रेप करने का मामला सामने आया. आरोपी मो. सद्दाम ने युवती के मोबाइल की रिपेयरिंग के नाम पर उसे अपने जाल में फंसाया और उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो बना ली. किसी को घटना की जानकारी देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उससे दुष्कर्म किया. घटना की जानकारी किसी को देने पर जान से मारने की धमकी भी दी. वहीं एक मामला बोकारो का भी सामने आया जहां स्कूल की छात्रा से ब्लैकमेलिंग करने वाले मुस्लिम युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दिसंबर महीने में ही झारखंड के बोकारो में एक प्राइवेट स्कूल की छात्रा का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते हुए उससे दुष्कर्म करने और इसके बाद वीडियो क्लिप स्कूल की ईमेल आईडी पर भेजने वाले मोहम्मद जियाउल नामक एक युवक पुलिस की गिरफ्त में आया था. इसके पहले बोकारो में ही बीते सात दिसंबर को लव जिहाद का एक और मामला सामने आया था. असलम खान नामक एक शख्स खुद को हिंदू बताते हुए एक गरीब परिवार को बरगलाकर उसकी नाबालिग लड़की से शादी करने पहुंचा था, लेकिन वरमाला के बाद मंडप पर बैठने के पहले उसकी असली पहचान सामने आ गई. इसके बाद लोगों ने उसकी जमकर फजीहत की और उसकी पिटाई भी हुई. उसे पुलिस को सौंपने की तैयारी हो रही थी, लेकिन वह अपनी स्कॉर्पियो से भाग खड़ा हुआ. इन सबसे पहले बीते 23 अगस्त को दुमका नगर थानाक्षेत्र में शाहरुख और नईम ने 12वीं की छात्रा अंकिता सिंह पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी. अपने जख्मों के साथ हॉस्पिटल में पांच दिनों तक संघर्ष के बाद अंकिता ने दम तोड़ दिया था. अंकिता का कसूर सिर्फ यह था कि शाहरुख उसपर बातचीत और दोस्ती का दबाव डालता था, लेकिन उसने इससे इनकार कर दिया था. वहीं दुमका जिले में बीते दो सितंबर को लव जिहाद की एक और भयावह वारदात सामने आई थी. दिग्घी ओपी क्षेत्र के श्रीअमड़ा में एक नाबालिग लड़की से रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई और इसके बाद उसकी लाश एक पेड़ से लटका दी गई. आरोपी अरमान नामक युवक शादी का झांसा देकर कई महीनों से उसका यौन शोषण कर रहा था. सितंबर महीने में खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र में आदिवासी समुदाय की नाबालिग लड़की के यौन शोषण के आरोप में फखरुद्दीन नामक शख्स को गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि आरोपी लड़की को झांसा देकर उसका यौन शोषण कर रहा था. लड़की के अनुसार मोबाइल चैटिंग के जरिए युवक से बातचीत शुरू हुई थी. प्यार-मोहब्बत का वास्ता देकर लड़के ने यौन शोषण किया. युवक ने खुद को हिंदू बताकर उससे दोस्ती की थी. इसी महीने लोहरदगा में भी एक घटना सामने आई. रब्बानी अंसारी ने पहचान छिपाकर एक लड़की का यौन शोषण किया. बाद में रब्बानी की पहचान सामने आई तो उसने लड़की को कुएं में धकेलकर पत्थर से कुचलने की कोशिश की थी. बाद में पुलिस ने रब्बानी अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा.ये सभी मामले झारखंड की महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहें है. वहीं ये बीतता हुआ साल अपने दामन में सैकड़ों मासूम स्त्री और बच्चियों की यादों को समेट कर जा रहा है.