धनबाद(DHANBAD): बिहार के अवैध हथियार कही झारखंड तो नहीं पहुंच रहे हैं . यह सवाल इसलिए कि बिहार से एक आंकड़ा आया है. यह आकड़ा पुलिस विभाग का है. पिछले 6 महीने में 23 अवैध मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. निर्मित एवं अर्द्ध निर्मित 2340 हथियार के साथ 46 नियमित आग्नेयास्त्र एवं 17381 अवैध कारतूस जब्त किए गए है. इधर, झारखंड में अपराध तेज है. धनबाद में तो हथियारों के सप्लायरों का खुलासा हो रहा है. झारखंड एटीएस ने रविवार की रात रांची के लालपुर से धनबाद के एक युवक को हथियार सप्लाई के आरोप में पकड़ा है. वैसे भी धनबाद कोयलांचल में अभी हथियारों का खुल्लम-खुल्ला प्रदर्शन हो रहा है.
छोटे मोठे विवाद में भी ताने जा रहे पिस्तौल
आउटसोर्सिंग के विवाद में भी दबंग लोग हाथ में हथियार लहराते हुए देखे जा सकते है. अभी हाल ही में झरिया कोयलांचल में एक ऐसा मामला सामने आया था कि जब बेटी की विदाई में अवैध हथियार से फायरिंग की गई. बेटी की विदाई हुई तो फायरिंग के बाद एक शख्स आया और सबसे हथियार लेकर प्लास्टिक के झोले में रख कर चलता बना. मतलब हथियार कहीं सुरक्षित रख दिए गए होंगे. इधर, अभी हाल ही में झरिया के सिंह नगर में आधी रात के बाद धनंजय यादव की चाकू गोदकर और फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी. हालांकि पुलिस अभी इस मामले में कोई खुलासा नहीं कर सकी है. तो क्या बिहार में जो अवैध हथियार का निर्माण हो रहा है, वह धनबाद पहुंच रहा है.
तो कहाँ से पहुंच रहे हथियार
क्या कोयलांचल के हथियार सप्लायरों का सीधा संबंध बिहार से है. यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि बिहार पुलिस जब सख्त हुई है तो ताबड़तोड़ अवैध मिनी गन फैक्ट्री पकड़ में आ रही है. आशंका है कि यह हथियार धनबाद कोयलांचल में तो नहीं चमक रहे है. बिहार में वर्ष 2021 में कुल 61, 2022 में 32 अवैध मिनी गन फैक्ट्री पकड़ी गई थी. इस साल अभी तक 23 पकड़ में आ गई है. मतलब अवैध गन फैक्ट्री चलाने की रफ्तार तेज है. कोलियरी इलाकों के धौड़ो में तो लोग बताते हैं कि हथियारों का जखीरा जमा कर रखा गया है. क्योंकि उधर पुलिस का ध्यान नहीं होता.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो