टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-अगर किसी के शरीर में चर्म रोग हो जाता है तो फिर खुजलाते-खुजलाते उसका दिन ही निकल जाता है. तमाम तरह की दवाएं लगाने के बाद भी कई लोगों को राहत मिलती भी है और नहीं भी. लेकिन, झारखंड के हजारीबाग जिले में गिद्धौर स्थित बलबल गर्म जलकुंड के बारे में ऐसा बोला जाता है कि यहां नहाने से चर्म रोग ठीक हो जाते हैं. पर्यटन स्थलों में अहम स्थान रखने वाला बलबल गर्म जलकुंड की मनोरम वादियां सैलानियों को खूब लुभाती है.
सालो भर आते हैं सैलानी
गिद्धौर प्रखंड के पर्यटन स्थलों में अहम स्थान रखने वाला बलबल गर्म जलकुंड की मनोरम वादियां पर्यटकों को सालो भर लुभाती है. यहां 12 महीना पर्यटक आते हैं. जनवरी महीनें में तो यहां खास मेला लगता है. मकर संक्रांति के अवसर पर सैलानियों का हुजूम उमड़ता है. दस दिनों तक यहां मेला लगा रहता है . चट्टानों के बीच पछियों का कलरव मन को लुभाता ही है. इसके साथ ही कुदरत ने यहां कूट-कूट प्रकृतिक सौंदर्य की नेमत बख्शी है. जिसे देखकर मन तो इस तरह भा जाता है कि हर कोई बस यहीं रहना चाहता हो.
नदी के किनारे मां बागेश्वरी का मंदिर
नदी के किनारे ही प्रसिद्ध मां बागेश्वरी का मंदिर है, इस मंदिर पर श्रद्धालुओं की प्रगाढ़ आस्था है. लोग बताते हैं कि माता के दरबार में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की हर प्रार्थना औऱ मन्नते स्वीकर की जाती है. मां के दर से कोई खाली हाथ वापस नहीं जाता है. मंदिर के नजदीक ही गर्म जलकुंड स्थित है, जिससे प्रतिदिन गर्म पानी निकलता है. लोग गर्म जलकुंड में स्नान करने भी पहुंचते हैं.लोगों की मान्यता है कि इस जलकुंड के पानी से नहाने के बाद सभी प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते हैं. इस गर्म कुंड में नहाने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं.
कैसे पहुंचे गर्म जलकुंड
हजारीबाग जिला मुख्यालय से पूरब में स्थित बलबल गर्म जलकुंड तक पहुंचने का एकमात्र साधन सड़क मार्ग ही है. जिला मुख्यालय से इसकी दूरी 30 किलोमीटर है, जबकि प्रमंडलीय मुख्यालय हजारीबाग से भी दूरी 35 किलोमीटर है. प्रखंड मुख्यालय से बलबल गर्म जलकुंड मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर ही पहुंचा जा सकता है.