इस्लामाबाद (Islamabad) : पाकिस्तान से लगातार खबर आ रही है. यहां पर इमरान खान समर्थक सड़क पर उतरकर बवाल मचाए हुए हैं. हालात बेकाबू होते देख सड़कों पर पुलिस और अर्ध सैनिक बल तैनात किए गए हैं. उधर इस बवाल के बीच अमेरिका भी कूद पड़ा है.
इमरान खान समर्थक आखिर क्यों उतरे सड़क पर
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हजारों लोग सड़क पर उतरकर हंगामा कर रहे हैं. यह लोग पूर्व प्रधानमंत्री प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके इमरान खान को रिहा करने की मांग कर रहे हैं. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री पाकिस्तान टिहरी के इंसाफ के संस्थापक इमरान खान ने अपने समर्थकों से एकजुट होकर प्रदर्शन करने और उनकी रिहाई की मांग को लेकर आंदोलन करने का आह्वान किया है. दो दिनों से चल रहे इस बवाल की वजह से एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हैं. उधर पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई में दर्जनों नागरिक और इमरान खान के समर्थक घायल हुए हैं.
इमरान खान ने अपने समर्थकों को 'करो या मरो' का नारा देकर विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है. इमरान खान का आरोप है कि पाकिस्तान की शाहबाज सरकार जनादेश का उल्लंघन कर रही है और निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर जेल में भर रही है. इसके अलावा पाकिस्तान के संविधान में 26वां संशोधन गलत और अवैध है. इसके खिलाफ उन्होंने जेल के अंदर से ही आवाज बुलंद करने का प्रयास किया है. शाहबाज सरकार पर तानाशाही शासन करने का आरोप लगाया गया है. मालूम हो कि इमरान खान रावलपिंडी के आदियाला जेल में बंद हैं.
पाकिस्तान के हालात पर अमेरिका क्यों हुआ रेस
पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थकों के द्वारा जेल में बंद अपने नेता यानी इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन पिछले दो दिनों से जारी है. पुलिस और सेना के जवान तैनात कर दिए गए हैं. इधर अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार को नसीहत दी है. अमेरिका के प्रवक्ता ने कहा है कि आंदोलन को शांत करने का प्रयास किया जाना चाहिए. इसे कुचलने का अमानवीय तरीका गलत होगा. मानवाधिकार और नागरिक स्वतंत्रता का ध्यान सरकार को रखना होगा.