दुमका (DUMKA) : साल 2024 आने ही वाला है, इसी साल लोकसभा के बाद झारखंड विधानसभा का चुनाव होना है. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति के तहत हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है. इन सबके बीच पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है. भाजपा की इस जीत ने पूरे देश और खास कर झारखंड में भाजपा के कार्यकर्ताओं पर जोश भर दिया है. इसी के तहत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी इन दिनों संथाल परगना प्रमंडर का दौरा कर पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए है. बता दें कि चाहे भाजपा हो या झामुमो सभी की निगाहे संथाल परगना प्रमंडर की सीट पर टिकी हुई है. इसी का नतिजा यह है कि सभी पार्टी संथाल में अपनी-अपनी पार्टियों को मजबूत करने में लगे है.
बाबूलाल के बयान पर सीता सोरेन ने किया पलटवार
बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी इन दिनों संथाल में दौरा कर रहे है. इस दौरान उन्होंने दुमका परिसदन में धनबाद जेल कांड की घटना के बहाने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने साफ तौर पर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हेमंत सरकार की राज में राज्य का लॉ एंड आर्डर पूरी तरह से विफल हो गया है. आए दिन अपराधी घटना को अंजाम दे रहे है. बाबूलाल के इस बयान पर सोरेन परिवार की बहू जामा विधायक सीता सोरेन ने पलटवार किया है. सीता सोरेन ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. मुद्दा विहीन बीजेपी अनर्गल बयानबाजी कर जनता का ध्यान भटकाना चाहती है. धनबाद जेल कांड पर सीता सोरेन ने कहा कि घटनाएं कहां नहीं होती. घटना के बाद अपराधी पकड़ा जाता है. इस स्थिति में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कैसे लॉ एंड आर्डर को विफल कह सकते हैं. सरकार बेहतर कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि संथाल परगना में बाबूलाल फैक्टर काम नहीं करेगा. दूसरे राज्यों में भाजपा ने भले ही जीत का परचम लहराया हो. लेकिन झारखंड में भाजपा की नहीं चलेगी. इंडिया गठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ेगी.
आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की सराहना
आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की सराहना करते हुए सीता सोरेन ने कहा कि इससे बीचोलियावाद पर अंकुश लगा है. पहले बिचौलिया के माध्यम से कम होता था लेकिन आज अधिकारी पंचायत स्तर पर पहुच कर कार्य कर रहे हैं और आम लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है. इसमें कोई शक नहीं कि चुनाव के वक्त राजनीतिक बयानबाजी काफी तेज हो जाती है. ज्यों ज्यों चुनाव नजदीक आएगा नेताओं के जुबान रूपी तरकस से एक से एक वाण निकलेंगे. लेकिन यह पब्लिक है, सब जानती है.
रिपोर्ट. पंचम झा