धनबाद(DHANBAD) : कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले यात्रियों का उत्साह बढ़ता ही जा रहा है. यात्रियों की भीड़ धनबाद स्टेशन पर रेलवे की परीक्षा ले रही है. प्रयागराज जाने के लिए पहुंचने वाली भीड़ ना तो आरक्षण को समझ रही है और ना ही किसी इंतजाम को. जहां जो भी ट्रेन मिली रही यह भीड़ चढ़ जा रही है.. मंगलवार की रात 8 बजे जैसे ही धनबाद के प्लेटफार्म नंबर तीन पर हावड़ा-राजधानी एक्सप्रेस पहुंची, दो दर्जन से अधिक बेटिकेट यात्री राजधानी एक्सप्रेस पर सवार हो गए. सुरक्षा जवानों को जब इसकी भनक लगी तो जवानों को उन्हें ट्रेन से नीचे उतारा. भीड़ की स्थिति यह थी कि मंगलवार को धनबाद स्टेशन से प्रयागराज या कानपुर के लिए तीन स्पेशल ट्रेन चली. हावड़ा से भी चलकर एक ट्रेन वाया धनबाद प्रयागराज की ओर गई.
एक दिन में खुली तीन स्पेशल ट्रेन ,फिर भी भीड़ कम नहीं
धनबाद से सुबह 11 बजे पहली, दोपहर एक बजे दूसरी और रात 11 बजे तीसरी स्पेशल ट्रेन खुली. पहली स्पेशल ट्रेन में अपेक्षाकृत धनबाद से कम यात्री चढ़े थे. लेकिन दिन के 11 बजे और रात 11 वाली ट्रेन में यात्रियों की भीड़ उमड़ी. यहां तक की हावड़ा जाने वाली कोलफील्ड एक्सप्रेस को भी प्रयागराज भेजा गया. धनबाद स्टेशन पर वीआईपी गेट से यात्रियों को बाहर निकाला जा रहा है. वीआईपी गेट के पास ही पंडाल बनाकर यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया है. ट्रेनों के समय पर भीड़ भाड़ होने की स्थिति में यात्री सीधे प्लेटफार्म पर नहीं जा सके, इसके लिए यह व्यवस्था की गई है. यात्रियों को होल्डिंग एरिया में ही रोक दिया जा रहा है. ट्रेन आने पर कतार में यात्रियों को प्लेटफार्म पर भेजने का इंतजाम किया गया है. लेकिन कभी-कभी यह सब टूट जा रहा है. यह बात भी सच है कि कुंभ मेला स्पेशल ट्रेनों की संख्या की वजह से नियमित ट्रेनों का समय पालन पुरी तरह से चौपट हो गया है.
18-18 घंटे देरी से पहुंच रही राजधानी एक्सप्रेस
मंगलवार की सुबह आने वाली नई दिल्ली -हावड़ा राजधानी और नई दिल्ली -सियालदह राजधानी एक्सप्रेस 18-18 घंटे की देरी से धनबाद पहुंची. अजमेर सियालदह एक्सप्रेस 14 घंटे और बीकानेर हावड़ा एक्सप्रेस 19 घंटे की देरी से धनबाद पहुंची. रेल मैनेजमेंट को अचानक ट्रेंनों को रद्द करना पड़ जा रहा है. अभी तक यही देखा गया था कि भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने पर बच्चों के पॉकेट में घर का पता और मोबाइल नंबर लिखकर पुर्जा में लोग डाल देते थे. बच्चों को मोबाइल का नंबर याद करा देते थे. लेकिन मंगलवार को धनबाद स्टेशन पर एक ऐसा दृश्य दिखा, जो कुंभ जाने वाले यात्रियों के के जुनून को बतला रहा था. दरअसल, धनबाद शहर का एक परिवार अपने बच्चों के हाथों पर मेहंदी से मोबाइल नंबर लिख दिया था. वह परिवार ट्रेन से कुंभ जाने की धनबाद रेलवे स्टेशन पर प्रतीक्षा कर रहा था. यह तो बात बिल्कुल सच है कि ट्रेनों में भी भारी भीड़ हो रही है और कुंभ मेला स्थल पर भी भीड़ जुट रही है. बच्चे बुजुर्ग कहीं ना कहीं खो जा रहे है. ऐसी कई घटनाएं रोज सामने आ रही है. इन सबसे बचने को यह परिवार बच्चों के लिए मेहंदी से मोबाइल नंबर लिखने का नया प्रयोग किया.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो