दुमका (DUMKA) : मांडर से कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की दुमका पहुंची. जहां कांग्रेस भवन में उन्होंने एक प्रेस वार्ता प्रेस की. वार्ता के दौरान उनके अपने निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को लिया. उन्होंने मणिपुर की घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना करार दिया.
दो महीने बाद प्रधानमंत्री ने तोड़ी चुप्पी
प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 4 मई की घटना है और 2 महीने बाद यह घटना लोगों के संज्ञान में आया. इतने दिनों से मणिपुर जल रहा है. लेकिन केंद्र सरकार द्वारा मणिपुर की घटनाओं को दबाने का प्रयास किया गया. घटना के 2 महीने बाद प्रधानमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी और महज 36 सेकंड में मणिपुर की घटना पर अफसोस जताते हुए दोषियों को कड़ी सजा देने की बात कही. विधायक ने कहा कि सजा देना कानून का काम है. प्रधानमंत्री से देशवासियों को काफी उम्मीद थी. लेकिन वे उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे. उन्होंने कहा कि पीएम को विदेश दौरे का समय है लेकिन मणिपुर जाने का नहीं. इतनी बड़ी घटना के बावजूद भाजपा नेता इसे छुपाने का प्रयास कर रहे हैं और हवाला दे रहे हैं कि इस तरह की घटनाएं छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल में भी हो रही है.
आदिवासी समाज कभी पीएम को नहीं करेगी माफ
विधायक ने कहा कि हादसा को कोई रोक नहीं सकता, लेकिन हादसे के 2 महीने तक डबल इंजन की सरकार आखिर क्यों सो रही थी, आखिर क्यों इस घटना पर लीपापोती का प्रयास किया गया? विधायक ने कहा कि यह सरकार की बड़ी भूल है और इस भूल के लिए आदिवासी समाज कभी उन्हें माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री में अगर थोड़ी सी भी नैतिकता है तो मणिपुर के मुख्यमंत्री से तत्काल इस्तीफा मांगे और मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाए. उन्होंने कहा कि आज वोट बैंक की राजनीति को लेकर आदिवासी समाज से राष्ट्रपति को चुन लेना, प्रदेश अध्यक्ष बना देना कोई बड़ी बात नहीं. आदिवासी समाज पर कोई भलाई नहीं कर रहे हैं. जमीनी स्तर पर उन्हें सम्मान नहीं दे पा रहे हैं. सिर्फ आदिवासियों की तुष्टीकरण की राजनीति के लिए चंद लोगों को समुदाय से उठाकर बड़े पद पर बैठा रहे हैं. सिर्फ अपने लाभ के लिए ना कि आदिवासी समाज के लाभ के लिए.
रिपोर्ट. पंचम झा