साहिबगंज(SAHIBGANJ): साहिबगंज जिले के बरहेट थाना क्षेत्र के रांगा घुटु गांव के समीप बीते मंगलवार की रात ललमटिया-फरक्का एनटीपीसी एमजीआर रेलवे ट्रैक को बम से उड़ाने के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. वहीं असम के सबसे बड़े उग्रवादियों के संगठन नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी ने व्हाट्सएप मैसेज कर अपने ऊपर जिम्मेवारी संगठन से जुड़े सदस्य हुडूर सोरेन ने ली है. फिलहाल साहिबगंज के एसपी अमित सिंह के द्वारा जांच के दायरा को आगे बढ़ाते हुए व्हाट्सएप मैसेज से जुड़ी एक एक कड़ी को जोड़कर पड़ताल की जा रही है.
एसपी अमित सिंह ने दावा क्या है कि बहुत जल्दी घटना का उद्भेदन किया जाएगा
वहीं व्हाट्सएप चैट सामने आने के बाद साहिबगंज एसपी अमित सिंह ने दावा क्या है कि बहुत जल्दी घटना का उद्भेदन किया जाएगा. आपको बताये कि बीते मंगलवार की रात लगभग 12 बजे रांगा घुट्टू गांव के समीप पोल संख्या 40/1 का करीब विस्फोट कर रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया था. धमका इतना शक्तिशाली था कि ट्रैक का मलबा 39 मीटर दूर जा कर गिरा था, धमाके से वहां 3 फिट का गड्ढा हो गया था.
पढ़ें घटना के पीछे क्या वजह बताई गई है
व्हाट्सएप मैसेज में हुडुर सोरेन नाम के व्यक्ति ने लिखा है कि नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी में हुजूर सोरेन बरहेट रांगा घुट्टु के पास जो बम ब्लास्ट हुआ मैं उसकी जिम्मेदारी लेता हूं. घटना की वजह एनटीपीसी द्वारा पैदा किया हुआ बिजली,पानी,स्वास्थ्य केंद्र,रोड,स्कूल बनाने का एग्रीमेंट पूरा करें और साथ ही संगठन का डिमांड है कि संथाल परगना को अलग राज्य बनाया जाए, एनआरसी लागू करें, एसपीटी एक्ट और पेसा एक्ट पूरी तरह लागू हो, संथाल परगना में संथाल रेजीमेंट बनाया जाए. साथ ही साथ बंग्लादेशी घुसपैठियों को चिन्हित कर के उसे भगाया जाए.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
वहीं आगे यह भी लिखा है कि पिछले 10 वर्षों से यहां एक्टिव हैं. असम की उग्रवादी संगठन नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी, बरहेट थाना के एए सआई चंद्रायसोरेन की गोली मारकर हत्या इसी संगठन के सदस्यों ने की थी. लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह विधानसभा क्षेत्र बरहेट में चुनाव से पहले असम के सबसे बड़ा उग्रवादियों का संगठन का नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी का एक्टिव होना कई बड़े सवाल खड़ा कर रही है, हालांकि वारदात से जुड़ी एक-एक कड़ी को जोड़कर पुलिस छानबीन में जुटी हुई है.
रिपोर्ट-गोविंद ठाकुर