धनबाद(DHANBAD): स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (सेफी ) की एक बार फिर धाक जम गई है. सेल के कुल 29 हायर ऑफिशियल का निलंबन खत्म कराने में संगठन को सफलता मिली है. 28 जून को इस्पात मंत्रालय तथा सेल मैनेजमेंट ने कुल 29 अधिकारियों के निलंबन वापस का आदेश जारी कर दिया. सभी अधिकारी फिर से सेवा में बहाल कर दिए गए है. अधिकारियों के निलंबन वापस लेने के लिए सेफी इस्पात मंत्रालय से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक अपनी बात पहुंचाई , जिसका नतीजा हुआ कि निलंबन वापस हो गया है. सेफी की यह बड़ी उपलब्धि कही जा रही है. इस्पात मंत्रालय के निर्देश पर 19 जनवरी 2024 को सेल के दो निदेशकों ,एनएमडीसी के निदेशक और सेल तथा सीएमओ के 26 वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था. इन अधिकारियों को बेवजह निलंबित किया गया था.
5 महीना से न्याय की प्रतीक्षा कर रहे थे अधिकारी
सभी निलंबित अधिकारी पिछले 5 महीना से न्याय की प्रतीक्षा कर रहे थे. इन्हें बिना किसी आरोप के निलंबित रखा गया. ऐसा सेफी का दावा है. सेफी के मुताबिक कई अधिकारी तो ऐसे हैं, जिन्हें सर्वोच्च पुरस्कार से पुरस्कृत भी किया गया है. सेफी के अनुसार बिना किसी जांच के यह निलंबन की कार्रवाई की गई थी. मैनेजमेंट के इस कार्रवाई से अधिकारियों का मनोबल गिर रहा था और वह अपने सार्वजनिक कर्तव्यों से पीछे हट रहे थे. इस मामले को संगठन ने 20 जून को केंद्रीय इस्पात मंत्री से मुलाकात की थी और उन्हें पूरा डिटेल्स बताया था. निलंबन वापस लेने की मांग की गई थी. मंत्री ने पूरे मामले को ध्यान से सुना था और आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिया था.
प्रधानमंत्री कार्यालय दी गए थी दस्तक
सेफी के मुताबिक इस निलंबन के खिलाफ प्रधानमंत्री कार्यालय के दरवाजे पर भी दस्तक दी गई थी. सेफी ने कई सांसदों से भी न्याय दिलाने की मांग की थी. अंतत 29 हाई ऑफिशल्स का निलंबन वापस हो गया है और इससे सेल में टकराव की स्थिति खत्म हो गई है. सेफी का दावा है कि अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद संगठन इसे अन्याय पूर्ण बताते हुए वापस करने का प्रयास करता रहा. हर दरवाजे को खटखटाया गया. अधिकारियों को निर्दोष बताया गया. इसके पक्ष में कागजात भी प्रस्तुत किए गए. नतीजा हुआ कि यह सफलता मिली. यह एक संगठन की असाधारण सफलता कही जा रही है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो