धनबाद(DHANBAD): जमीन के भीतर धरना. वह भी पिछले 24 घंटों से. प्रबंधनके हाथ पांव फुल रहे हैं लेकिन मजदूर कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है. कोयलांचल में जमीन के ऊपर तो धरना- प्रदर्शन होता ही रहता है लेकिन जमीन के भीतर पिछले 24 घंटों से 140 ठेका मजदूर धरने पर बैठ कर प्रबंधन नाकों चने चबवा रहे है.प्रबंधन की सांसें फूल रही है लेकिन ठेका मजदूर है कि टस से मस नहीं हो रहे है. यह सब हुआ और हो रहा है सेल चास नाला कोलियरी के अपर सीम खदान में. 140 ठेका मजदूर सोमवार की रात से खदान के भीतर धरना पर बैठ गए है.
प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे
सभी प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे है. 140 ठेका मजदूर जब मंगलवार की सुबह खदान से बाहर नहीं निकले तो सेल अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे. आनन-फानन में अधिकारियों का दल खदान के भीतर जाकर मजदूरों को मनाने की कोशिश शुरू की. परंतु मजदूर हिलने- डुलने को तैयार नहीं थे. प्रबंधन ने एहतियात बरतते हुए प्रथम पाली के मजदूरों को बत्ती उपलब्ध नहीं कराया और खदान के भीतर जाने से रोक लगा दी. खदान के बाहर भी मजदूर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. प्रबंधन ने मजदूरों से बातचीत के लिए समय मांगा लेकिन खदान के भीतर धरना से वह उठने को तैयार नहीं थे.
प्रबंधन ने खाना, नाश्ते का पैकेट भी पहुंचाया
धरना पर बैठे मजदूरों के लिए प्रबंधन ने खाना, नाश्ते का पैकेट भी पहुंचाया. मजदूरों का कहना है कि 4 मई को प्रबंधन को 13 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया था लेकिन प्रबंधन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. नतीजतन उन्हें कड़ा रुख अख्तियार करना पड़ा. मंगलवार की शाम 7 बजे फिर प्रबंधन के अधिकारी खदान के भीतर गए हैं और मजदूरों से बातचीत का दूसरा दौर शुरू हुआ है. देखना है कि मामले का हल निकलता है, मजदूर खदान से बाहर निकलते हैं या उनका धरना जारी रहता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो